Edited By Mahima,Updated: 05 Sep, 2024 11:00 AM
कोटा में NEET की तैयारी कर रहे एक छात्र ने आत्महत्या कर ली है। यह घटना हाल ही में कोटा के जवाहर नगर थाना क्षेत्र में घटित हुई है। मृतक छात्र की पहचान परशुराम के रूप में की गई है, जो उत्तर प्रदेश के मथुरा का निवासी था। पुलिस इस मामले की जांच कर रही...
नेशनल डेस्क: कोटा में NEET की तैयारी कर रहे एक छात्र ने आत्महत्या कर ली है। यह घटना हाल ही में कोटा के जवाहर नगर थाना क्षेत्र में घटित हुई है। मृतक छात्र की पहचान परशुराम के रूप में की गई है, जो उत्तर प्रदेश के मथुरा का निवासी था। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।
वह कमरे से बाहर नहीं आया...
पुलिस के अनुसार, बुधवार रात करीब 11:30 बजे मकान मालिक अनूप कुमार ने पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। अनूप कुमार ने बताया कि परशुराम अपने कमरे में कपड़े सुखा रहा था, लेकिन जब काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आया, तो मकान मालिक ने उसका दरवाजा खटखटाया। परशुराम ने दरवाजा नहीं खोला, जिससे मकान मालिक को चिंता हुई और उन्होंने पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर एफएसएल टीम को बुलाया और परशुराम के शव को एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में शिफ्ट करवा दिया। पुलिस ने अभी तक परशुराम के दोस्तों से पूछताछ नहीं की है, लेकिन इसके लिए योजना बनाई जा रही है।
कोटा में आत्महत्याओं की बढ़ती घटनाएँ
कोटा में इस साल अब तक 12 छात्रों के आत्महत्या करने के मामले सामने आ चुके हैं। कोटा पुलिस और जिला प्रशासन ने छात्रों को तनावमुक्त रखने के लिए कई अभियानों की शुरुआत की है, लेकिन इन प्रयासों के बावजूद आत्महत्या की घटनाओं में कमी नहीं आ रही है। हाल ही में झारखंड के एक छात्र ने भी अपने होस्टल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। उसकी पहचान ऋषित अग्रवाल के रूप में की गई थी, जो 12वीं कक्षा का छात्र था और NEET (UG) की तैयारी के लिए कोटा में रह रहा था।
कुछ महीने पहले, कुन्हाड़ी इलाके में एक और कोचिंग छात्र ने आत्महत्या कर ली थी। वह छात्र हरियाणा के रोहतक का निवासी था और NEET की तैयारी के लिए कोटा में रह रहा था। जब उसके दोस्तों ने काफी समय तक उसे संपर्क नहीं किया और दरवाजा खटखटाया, तब हॉस्टल वार्डन को सूचित किया गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छात्र का शव पंखे से लटका पाया। इन घटनाओं के बाद, कोटा में छात्रों की मानसिक स्थिति और तनाव पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता महसूस हो रही है। यह मुद्दा प्रशासन और शिक्षा संस्थानों के लिए एक गंभीर चुनौती बन गया है। परिवार और दोस्त इस मुश्किल समय में मृतक के परिवार के साथ हैं, और इस घटना की पूरी जांच की जा रही है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।