Edited By shukdev,Updated: 15 Mar, 2020 07:53 PM
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सार्क देशों के नेताओं और प्रतिनिधियों से कोरोना वायरस से निपटने के लिए संयुक्त रणनीति बनाने को लेकर संवाद करते हुए सतर्क रहने की जरूरत पर बल दिया। एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी कोरोना वायरस से...
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सार्क देशों के नेताओं और प्रतिनिधियों से कोरोना वायरस से निपटने के लिए संयुक्त रणनीति बनाने को लेकर संवाद करते हुए सतर्क रहने की जरूरत पर बल दिया। एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी कोरोना वायरस से निपटने के लिए सार्क देशों को एकजुट करने में लगे हुए हैं वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान इस खतरनाक वायरस से निपटने में सहयोग करने की बजाए नापाक हरकतें कर रहा है। प्रधानमंत्री मोदी और सार्क देशों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान भी पाकिस्तान ने कश्मीर का राग अलापा।
वीडियो कांफ्रेंसिंग में पाकिस्तानी प्रतिनिधि ने कोरोना वायरस पर मदद के लिए बोलने के बजाय कश्मीर का राग अलापना शुरू किया। माना जा रहा था कि पाकिस्तान की तरफ से भेजे गए प्रतिनिधि सार्क सम्मेलन में कोरोना वायरस पर बातचीत करेंगे लेकिन वह कश्मीर पर ही चर्चा करने लगे। पाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्री जफर मिर्जा ने अपने संबोधन में कहा कि जम्मू कश्मीर में छह महीनों से ज्यादा समय से पाबंदी लागू है। लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। इसलिए मैं भारत से कहना चाहूंगा कि वह कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए जम्मू कश्मीर पर लगी पाबंदियों को हटाए।
जफर मिर्जा ने संबोधन में कहा कि कोरोना वायरस फैलने के मद्देनजर उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए कोई भी देश मुंह नहीं मोड़ सकता है। साथ ही उन्होंने कहा कि हमें सर्वश्रेष्ठ की उम्मीद करनी चाहिए और सबसे खराब के लिए तैयार रहना चाहिए। मिर्जा ने कहा कि दुनियाभर में 1,55,000 से अधिक लोगों के संक्रमित होने, 5833 मौतें और 138 देशों में फैल चुके कोरोना वायरस से कोई भी देश और दुनिया का कोई भी क्षेत्र इसे नजरअंदाज नहीं कर सकता है।