इस देश के लोग दुनिया में सबसे खुश, खुशहाल देशों की लिस्ट में भारत की रैंकिंग ने चौंकाया

Edited By Pardeep,Updated: 21 Mar, 2024 06:29 AM

people of this country are the happiest in the world

बुधवार को जारी वैश्विक प्रसन्नता सूचकांक में भारत 143 देशों में से 126वें स्थान पर था। इसमें कहा गया कि दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश में अधिक उम्र उच्च जीवन संतुष्टि से जुड़ी है। विश्व प्रसन्नता रिपोर्ट 2024 में शीर्ष पर रहते हुए फिनलैंड...

न्यूयॉर्कः बुधवार को जारी वैश्विक प्रसन्नता सूचकांक में भारत 143 देशों में से 126वें स्थान पर था। इसमें कहा गया कि दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश में अधिक उम्र उच्च जीवन संतुष्टि से जुड़ी है। विश्व प्रसन्नता रिपोर्ट 2024 में शीर्ष पर रहते हुए फिनलैंड दुनिया का सबसे खुशहाल देश बनकर उभरा है, यह लगातार सातवां वर्ष है जब देश ने सूची में शीर्ष स्थान पर कब्जा किया है। शीर्ष 10 देशों में डेनमार्क, आइसलैंड, स्वीडन, इजराइल, नीदरलैंड, नॉर्वे, लक्जमबर्ग, स्विट्जरलैंड और ऑस्ट्रेलिया हैं। संयुक्त राष्ट्र के अंतरराष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस के अवसर पर बुधवार को घोषित निष्कर्षों के अनुसार, लीबिया, इराक, फलस्तीन और नाइजर जैसे देशों के बाद भारत सूची में 126वें स्थान पर है। 
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पहली बार 2012 में प्रकाशित हुई थी वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट
‘वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट' गैलप, ऑक्सफोर्ड वेलबीइंग रिसर्च सेंटर, यूएन सस्टेनेबल डेवलपमेंट सॉल्यूशंस नेटवर्क और डब्ल्यूएचआर के संपादकीय बोर्ड की साझेदारी है। भारत में युवा “सबसे अधिक खुश” हैं जबकि “निम्न मध्यमवर्गीय” लोग सबसे कम खुश हैं। वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट पहली बार 2012 में प्रकाशित हुई थी और तबसे यह पहला मौका है जब अमेरिका (23वें स्थान पर) शीर्ष 20 से बाहर हो गया है। यह 30 साल से कम उम्र के अमेरिकी लोगों की भलाई में बड़ी गिरावट के कारण हुआ है। अफगानिस्तान दुनिया के ‘सबसे नाखुश' देश के रूप में समग्र रैंकिंग में सबसे नीचे बना हुआ है। सूची में पाकिस्तान 108वें स्थान पर है। 
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रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में अधिक उम्र उच्च जीवन संतुष्टि से जुड़ी है, “उन दावों के विपरीत कि उम्र और जीवन संतुष्टि के बीच सकारात्मक संबंध केवल उच्च आय वाले देशों में मौजूद है।” इसमें कहा गया कि औसतन, भारत में वृद्ध पुरुष वृद्ध महिलाओं की तुलना में जीवन से अधिक संतुष्ट हैं, लेकिन अन्य सभी मानकों को ध्यान में रखते हुए, वृद्ध महिलाएं अपने पुरुष समकक्षों की तुलना में अधिक जीवन संतुष्टि दर्शाती हैं। भारत में, माध्यमिक या उच्च शिक्षा प्राप्त वृद्ध वयस्क और उच्च सामाजिक जातियों के लोग औपचारिक शिक्षा के बिना समकक्षों और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोगों की तुलना में उच्च जीवन संतुष्टि की जानकारी देते हैं। 
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भारत की वृद्ध आबादी दुनिया भर में दूसरी सबसे बड़ी 
रिपोर्ट में कहा गया, “भारत की वृद्ध आबादी दुनिया भर में दूसरी सबसे बड़ी है, जिसमें 60 और उससे अधिक उम्र के 14 करोड़ भारतीय हैं, जो 25 करोड़ चीनी समकक्षों के बाद दूसरे स्थान पर है। इसके अतिरिक्त, 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के भारतीयों की औसत वृद्धि दर देश की समग्र जनसंख्या वृद्धि दर से तीन गुना अधिक है।” 

रिपोर्ट में कहा गया है कि रहने की व्यवस्था से संतुष्टि, कथित भेदभाव और स्व-निर्धारित स्वास्थ्य इस अध्ययन में भारत के लिए जीवन संतुष्टि के शीर्ष तीन भविष्य की स्थिति बताने वाले आधार के रूप में उभर कर सामने आए हैं। इसमें कहा गया, “हमने पाया कि वृद्ध पुरुष, जो उच्च आयु वर्ग में हैं, वर्तमान में विवाहित हैं, और जो शिक्षित थे, अपने साथियों की तुलना में उच्च जीवन संतुष्टि दर्शाते हैं। रहने की व्यवस्था के साथ कम संतुष्टि, कथित भेदभाव और खराब स्व-रेटेड स्वास्थ्य वृद्ध भारतीयों के बीच कम जीवन संतुष्टि से जुड़े महत्वपूर्ण कारक थे।” 

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