Edited By Seema Sharma,Updated: 10 Feb, 2021 05:12 PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब देते हुए कहा कि कृषि कानून किसानों के हित में है। पीएम मोदी ने कहा कि हमने किसानों के फायदों को ध्यान में रखकर ही इसे बनाया। आंदोलन कर रहे किसान...
नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब देते हुए कहा कि कृषि कानून किसानों के हित में है। पीएम मोदी ने कहा कि हमने किसानों के फायदों को ध्यान में रखकर ही इसे बनाया। आंदोलन कर रहे किसान भाइयों का हम आदर करते हैं लेकिन वो गलत अफवाहों के शिकार हो गए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि किसानों की शंकाओं का हल कर रहे हैं, हमारे मंत्री उनसे हर पहलू पर चर्चा भी कर रहे हैं। पीएम मोदी ने कांग्रेस को कन्फ्यूज पार्टी कह दिया जिसके बाद कांग्रेस ने लोकसभा से वॉक आउट कर दिया। पीएम मोदी ने कहा कि जनता हमसे कुछ मांगेगी क्या तभी सरकार उनके लिए काम करेगी। ऐसी सरकारें पहले थीं। पीएम मोदी ने कहा कि आयुष्मान योजना जनता ने हमसे मांगी नहीं हमने उनके लिए बनाई वहीं किसान सम्मान निदि योजना भी हमसे मांगी नहीं गई थी, हमने खुद उनको दी। देश की जरूरत देखकर फैसले लिए जा रहे हैं।
कृषि कानून में बंधन नहीं
पीएम मोदी ने कहा कि नए कृषि कानून किसानों के लिए कोई बंधन नहीं है। किसान बताएं उनका कौन-सा हक छीना जा रहा है। इसी दौरान लोकसभा में विपक्ष ने हंगामा कर दिया। पीएम मोदी ने हंगामे पर कहा कि ये सोची समझी रणनीति है। विपक्ष ने काले कानून वापिस लो के नारे लगाए। पीएम मोदी ने कहा कि किसी पर कुछ थोपा नहीं जा रहा है। जिसको इसका लाभ लेना है ले जिसको नहीं लेना वो न ले।
पीएम मोदी ने भाषण की शुरुआत में सबसे पहले कांग्रेस नेता अधीर रंजन को पूछा दादा ठीक हो। पीएम मोदी ने कहा कि विकट और विपरीत काल में भी ये देश किस प्रकार से अपना रास्ता चुनता है, रास्ता तय करता है और रास्ते पर चलते हुए सफलता प्राप्त करता है, ये सब राष्ट्रपति जी ने अपने अभिभाषण में कही। कोरोना काल में भी भारत ने खुद को अच्छे से संभाला। पीएम मोदी ने मनीष तिवारी को जवाब देते हुए कहा कि उन्होंने सही कहा था कि भारत भगवान की वजह से कोरोना से बच गया। भगवान हमे बचाने कई रूपों में आए-़डॉक्टर्स, नर्स, एंबुलेंस, सुरक्षाकर्मी और सफाई कर्मी
लोकतंत्र हमारी रगों में
पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोग ये कहते थे कि India was a miracle democracy. ये भ्रम भी हमने तोड़ा है। लोकतंत्र हमारी रगों और सांस में बुना हुआ है, हमारी हर सोच, हर पहल, हर प्रयास लोकतंत्र की भावना से भरा हुआ रहता है। आज जब हम भारत की बात करते हैं तो मैं स्वामी विवेकानंद जी की बात का स्मरण करना चाहूंगा। "हर राष्ट्र के पास एक संदेश होता है, जो उसे पहुंचाना होता है, हर राष्ट्र का एक मिशन होता है, जो उसे हासिल करना होता है, हर राष्ट्र की एक नियति होती है, जिसे वो प्राप्त करता है।" भारत ने खुद को ही नहीं दुनिया को भी संभाला। पीएम मोदी ने कहा कि देश जब आजाद हुआ, जो आखिरी ब्रिटिश कमांडर थे, वो आखिरी तक यही कहते थे कि भारत कई देशों का महाद्वीप है और कोई भी इसे एक राष्ट्र नहीं बना पाएगा, लेकिन भारतवासियों ने इस आशंका को तोड़ा। विश्व के लिए आज हम आशा की किरण बनकर खड़े हुए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति जी का भाषण भारत के 130 करोड़ भारतीयों की संकल्प शक्ति को प्रदर्शित करता है। उन्होंने कहा कि मैं इस चर्चा में भाग लेने वाले सभी सांसदों का आभार व्यक्त करता हूं. मैं विशेष रूप से हमारी महिला सांसदों का आभार व्यक्त करना चाहता हूं।
भारत ने दिखाया दम
जिन संस्कारों को लेकर हम पले-बढ़े हैं, वो हैं- सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे सन्तु निरामया। कोरोना कालखंड में भारत ने ये करके दिखाया है। हमारे लिए आवश्यक है कि हम आत्मनिर्भर भारत के विचार को बल दें। ये किसी शासन व्यवस्था या किसी राजनेता का विचार नहीं है। आज हिंदुस्तान के हर कोने में वोकल फ़ॉर लोकल सुनाई दे रहा है। ये आत्मगौरव का भाव आत्मनिर्भर भारत के लिए बहुत काम आ रहा है। हमारे लिए संतोष और गर्व का विषय है कि कोरोना के कारण कितनी बड़ी मुसीबत आएगी इसके जो अनुमान लगाए गए थे कि भारत कैसे इस स्थिति से निपटेगा। ऐसे मैं ये 130 करोड़ देशवासियों के अनुशासन और समर्पण ने हमें आज बचा कर रखा है। इसका गौरवगान हमें करना चाहिए। भारत की पहचान बनाने के लिए ये भी एक अवसर है।
बता दें कि आज लोकसभा शाम 4 बजे शुरू हुई जो रात 12 बजे या इससे ज्यादा समय तक भी चल सकती है। इससे पहले मंगलवार को लोकसभा रात करीब 1 बजे तक चली और इसे बुधवार शाम 4 बजे तक के लिए इसे स्थगित कर दिया गया। पीएम मोदी इससे पहले राज्यसभा में कई मुद्दों पर विपक्ष को जवाब दे चुके हैं।