Edited By Seema Sharma,Updated: 30 May, 2018 10:56 AM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडोनेशिया की आजादी के संघर्ष के शहीदों को आज श्रद्धांजलि देकर अपनी यात्रा की शुरुआत की। उन्होंने यहां कलीबाता नेशनल हीरोज सिमेट्री में शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की। भारत और इंडोनेशिया की साझा प्रेस कॉन्फ्रेन्स को...
जकार्ता: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडोनेशिया की आजादी के संघर्ष के शहीदों को आज श्रद्धांजलि देकर अपनी यात्रा की शुरुआत की। उन्होंने यहां कलीबाता नेशनल हीरोज सिमेट्री में शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की। भारत और इंडोनेशिया की साझा प्रेस कॉन्फ्रेन्स को संबोधित करते हुए हाल के आतंकी हमलों में मारे गए इंडोनेशियाई लोगों के प्रति गहरा दुख जताया। मोदी ने कहा कि हमारे दोनों देश आतंकवाद जैसी चुनौती का सामना कर रहे हैं और इसका मिलकर सामना भी करेंगे। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच हजारों साल से सांस्कृतिक संबंध कायम हैं। इंडोनेशिया की पहली आधिकारी यात्रा पर आए मोदी ने इससे पहले राष्ट्रपति जोको विदोदो से मुलाकात की।
बता दें कि दक्षिण जकार्ता में कलीबाता हीरोज सिमेट्री इंडोनेशिया में सैनिकों का कब्रगाह है। इसे वर्ष 1953 में बनाया गया था और नवंबर 1954 में खोला गया था जब पहली बार यहां किसी को दफनाया गया। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने एक ट्वीट कर कहा, ‘‘ऐसा नहीं हो सकता कि हम इंडोनेशिया की आजादी के संघर्ष में शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि देना भूल जाएं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कलीबाता नेशनल हीरोज सिमेट्री में पुष्पांजलि अर्पित की और आगंतुक पुस्तिका पर हस्ताक्षर किया।’’
इंडोनेशिया की आजादी की लड़ाई में सेना के शहीद हुए और उस लड़ाई में भाग लेने वाले 7,000 से ज्यादा लोगों को इस कब्रगाह में दफनाया गया है। मोदी पूर्वी एशिया के तीन देशों की अपनी यात्रा के पहले चरण में मंगलवार को इंडोनिशया की राजधानी जकार्ता पहुंचे। इंडोनेशिया की उनकी यात्रा का मकसद दो समुद्री पड़ोसियों के बीच राजनीतिक, आर्थिक और सामरिक हितों को मजबूती प्रदान करना है।