Edited By Anil dev,Updated: 11 Dec, 2020 04:46 PM
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की आज जयंती है। 11 दिसंबर 1935 को उनका जन्म हुआ था। इसी साल 31 अगस्त को उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया था। मुखर्जी 2012 से 2017 तक देश के 13वें राष्ट्रपति रहे। आईए एक नजर डालते हैं उनके राजनीति करियर पर...
नई दिल्ली: पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की आज जयंती है। 11 दिसंबर 1935 को उनका जन्म हुआ था। इसी साल 31 अगस्त को उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया था। मुखर्जी 2012 से 2017 तक देश के 13वें राष्ट्रपति रहे। आईए एक नजर डालते हैं उनके राजनीति करियर पर...
मुखर्जी का 6 दशक लंबे राजनैतिक करियर
अपने 6 दशक लंबे राजनैतिक करियर की शुरुआत करते हुए उन्होंने उपचनुाव में निर्दलीय उम्मीदवार वी के मेनन का सफलतापूर्वक चुनाव प्रचार संभाला था। इसके बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की नजर उन पर पड़ी और उन्हें भारतीय राष्ट्रीय कांगेस में शामिल कर लिया। उन्हें कांग्रेस का संकटमोचक भी माना जाता था। 1969 में इंदिरा गांधी ने उन्हें कांग्रेस की टिकट पर राज्यसभा का सांसद बनाया और 1973 में उन्हें कैबिनेट में शामिल कर लिया गया था।
1980 से लेकर 1985 राज्यसभा में सदन के नेता भी रहे
जब 1975 से लेकर 1977 देश में इंदिरा सरकार ने आपातकाल लगा दिया था, तब अन्य कांग्रेसी नेताओं की तरह प्रणब मुखर्जी को भी दमनातमक कार्रवाई करने के आरोप झेलने पड़े थे। विभिन्न मंत्रालय में काम के अनुभव के चलते उन्हें पहली बार 1982 से लेकर 1984 देश के वित्त मंत्री के रूप में काम किया। वह 1980 से लेकर 1985 राज्यसभा में सदन के नेता भी रहे।
प्रणब मुखर्जी का रहा था 13 से नाता
प्रणब मुखर्जी भारत के 13वें राष्ट्रपति बने थे और दिल्ली में उनके पास 13 नंबर का बंगला था। वहीं उनकी शादी की सालगिरह भी 13 तारीख को आती थी। इसलिए भारत के पूर्व राष्ट्रपति का 13 से अनोखा नाता समझा जाता था।