Edited By shukdev,Updated: 13 Jan, 2020 05:25 PM
पश्चिमी दिल्ली से भाजपा के सांसद प्रवेश वर्मा ने कहा कि सरकारी जमान पर बने मस्जिदों का टूटना तय है। हालांकि, यह पहली बार नहीं है, जब उन्होंने सरकारी जमीन पर बनी मस्जिद को हटाने की बात कही है। इससे पहले भी वह इस तरह का बयान दे चुके हैं। गौरतलब है...
नई दिल्ली: पश्चिमी दिल्ली से भाजपा के सांसद प्रवेश वर्मा ने कहा कि सरकारी जमान पर बने मस्जिदों का टूटना तय है। हालांकि, यह पहली बार नहीं है, जब उन्होंने सरकारी जमीन पर बनी मस्जिद को हटाने की बात कही है। इससे पहले भी वह इस तरह का बयान दे चुके हैं। गौरतलब है कि पिछले साल 18 जून को प्रवेश वर्मा ने दिल्ली के उपराज्यपाल को एक पत्र लिखा था। इस पत्र में उन्होंने आरोप लगाया था कि देश की राजधानी में कई मस्जिदों का निर्माण सरकारी जमीन पर अवैध रूप से किया गया है। भाजपा सांसद ने मांग की थी कि ऐसी मस्जिदों को सरकारी जमीन से हटाया जाए।
प्रवेश वर्मा ने कहा कि दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने 5 साल बहाना बनाया कि केंद्र सरकार काम नही करने देती है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार ने 500 स्कूलों की बजाय सिर्फ 35 स्कूल बिल्डिंग बनवाए हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने एक भी डिग्री कॉलेज नहीं बनाया है। हेल्थ केयर में कोई सुधार नहीं किया है। सीसीटीवी कुछ जगह लगाई गई, लेकिन उसका कंट्रोल सेंटर ही नहीं है। 14 लाख का वादा किया था लेकिन 50,000 तीन महीने में लगाया। ज्यादातर सीसीटीवी काम नहीं करते हैं।
प्रवेश वर्मा ने कहा कि अगर दिल्ली में भाजपा सत्ता में आती है, तो गरीबों को सिर्फ एक रुपए प्रति माह में बिजली और पानी दिया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा,'200 यूनिट प्रति माह की बाध्यता नहीं रहेगी, जरूरत के अनुसार बिजली मिलेगी। अमीरों को इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा।'बता दें दिल्ली में 8 फरवरी को विधानसभा का चुनाव है और 11 फरवरी को चुनाव परिणाम घोषित किए जाएंगे।