Edited By vasudha,Updated: 05 Jun, 2020 01:24 PM
मानवीय क्रूरता का शिकार हुई एक गर्भवती हथिनी के मामले ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। पटाखे से भरा अनानास खाने के बाद हथिनी के निचले जबड़े में विस्फोट हो गया जिसके बाद उसकी तड़प तड़प कर मौत हो गई। 15 वर्ष की हथिनी की अब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने...
नेशनल डेस्क: मानवीय क्रूरता का शिकार हुई एक गर्भवती हथिनी के मामले ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। पटाखे से भरा अनानास खाने के बाद हथिनी के निचले जबड़े में विस्फोट हो गया जिसके बाद उसकी तड़प तड़प कर मौत हो गई। 15 वर्ष की हथिनी की अब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें खुलासा हुआ कि 14 दिनों से भूखी थी।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार हथिनी ने 14 दिनों भोजन और पानी नहीं लिया था। खाने की तलाश में ही उसने गांव के कई चक्कर लगाए थे। हथिनी कुछ खा पाने में असमर्थ थी क्योंकि उसने अनानास में भरे पटाखे चबा लिए थे और पटाखे उसके मुंह में ही फट गया था। डूबने के कारण उसके शरीर के अंदर काफी पानी चला गया था, जिसके कारण फेफड़ों ने काम करना बंद कर दिया था। वह अपना मुंह पानी में डाले खड़ी थी। उसके अंदर यह भावना आ गई थी कि वह अब मरने वाली है और वह खड़े होकर जलसमाधि में चली गई थी।
बता दें कि केरल के पल्लक्कड़ जिले में एक 15 वर्षीय गर्भवती हाथी की मौत होने से देशभर में आक्रोश का माहौल है। हथिनी गर्भवती थी और कुछ शरारती तत्वों ने उसे भूख लगने पर पटाखे से भरा अनानास खिला दिया था, जिसके धमाके के कारण उसके मुंह में काफी बूरी तरह से चोट आई थी। हथिनी इतनी तकलीफ में थी कि वह तीन दिन तक पानी में खड़ी रही और फिर वहीं उसने दम तोड़ दिया। यह दुखद घटना 27 मई की है। यह घटना उस समय सामने आई जब मन्नारकड़ के एक वन अधिकारी मोहनकृष्णन ने सोशल मीडिया पर इस घटना का जिक्र करते हुये एक भावनात्मक पोस्ट किया।