Edited By Pardeep,Updated: 12 Apr, 2019 03:40 AM
लोकसभा चुनाव में राजनीतिक पार्टियों का सोशल मीडिया पर प्रचार खर्च पिछले चुनाव के मुकाबले 5 गुना तक बढ़ गया है। चुनावी रणनीति पर काम कर रही एक कम्पनी के अंदरूनी सर्वे के मुताबिक यह 5 फीसदी तक हो गया है। सर्वे के मुताबिक अलग-अलग दलों के लिए सोशल...
इलेक्शन डेस्क: लोकसभा चुनाव में राजनीतिक पार्टियों का सोशल मीडिया पर प्रचार खर्च पिछले चुनाव के मुकाबले 5 गुना तक बढ़ गया है। चुनावी रणनीति पर काम कर रही एक कम्पनी के अंदरूनी सर्वे के मुताबिक यह 5 फीसदी तक हो गया है। सर्वे के मुताबिक अलग-अलग दलों के लिए सोशल मीडिया पर चुनाव खर्च 600 करोड़ रुपए से लेकर करीब 5 हजार करोड़ रुपए तक हो सकता है।
आई.आई.टी. मुम्बई से पढ़ाई करने के बाद पिछले 14 साल से राजनीतिक दलों की रणनीति पर काम कर रहे पोलिटीकल एज के संस्थापक गौरव राठौर का कहना है कि फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यू-ट्यूब, गूगल ऐड्स अब चुनाव प्रचार की मुख्यधारा में हैं। इन्होंने पारम्परिक आऊटडोर मीडिया माध्यमों के खर्च का बड़ा हिस्सा ले लिया है। राजनीतिक दल और उम्मीदवार अपने बजट का बड़ा हिस्सा इस रणनीति पर खर्च करने को मजबूर हैं।
महिला सुरक्षा सशक्तिकरण से भी ज्यादा का बजट
- 1330 करोड़ रुपए का आबंटन किया गया है महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण मिशन के लिए 2019-20 के बजट में।
- 750 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया 2019-20 के लिए अंतिम बजट में केन्द्र सरकार की कामधेनु योजना में।
- 2189 करोड़ रुपए का आबंटन किया गया है पर्यटन मंत्रालय को 2019-20 के आम बजट में।