Edited By vasudha,Updated: 23 Feb, 2019 01:16 PM
लोकसभा चुनाव के नजदीक आते ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी युवाओं को साधने में जुट गए हैं। पिछले कुछ समय से उनका फोकस युवओं पर है। इसी के वह शनिवार को जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में छात्रों से रूबरू हुए...
नेशनल डेस्क: लोकसभा चुनाव के नजदीक आते ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी युवाओं को साधने में जुट गए हैं। पिछले कुछ समय से उनका फोकस युवाओं पर है। इसी के तहत वह शनिवार को जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में छात्रों से रूबरू हुए। इस दौरान उन्होंने ऐलान किया कि अगर हमारी सरकार आएगी तो अर्धसैनिक बलों के सैनिकों को शहीद का दर्जा मिलेगा।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव के बाद उनकी पार्टी की सरकार बनने पर देश के लिए प्राण न्यौछावर करने वाले अर्धसैनिक बलों के जवानों को भी‘शहीद’का दर्जा देने की व्यवस्था की जाएगी। पुलवामा आतंकी हमले के बाद भी उन्होंने सीआरपीएफ जवानों को शहीद का दर्जा नहीं मिलने का मुद्दा उठाते हुए नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा था। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा था कि मोदी के ‘न्यू इंडिया’ में अपने प्राण न्यौछावर करने वाले जवानों को शहीद का दर्जा नहीं मिलता, लेकिन एक उद्योगपति को 30 हजार करोड़ रुपये का तोहफा आसानी से मिलता है।
राहुल गांधी ने छात्रों के साथ बातचीत में देश की शिक्षा व्यवस्था में एक खास विचारधारा थोपे जाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आप किसी भी विश्वविद्यालय में पूछ लीजिये। पता चलेगा कि कुलपति के पद पर एक विचारधारा और एक संगठन के लोग बैठाए जा रहे हैं। वे हिंदुस्तान के शिक्षा व्यवस्था को अपना औजार बनाना चाहते हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि हमें इन संस्थाओं को स्वायत्तता देनी है, पूरा धन देना है। यह नहीं कहना है कि उन्हें क्या करना है। यही हममें और उनमें फर्क है। उन्होंने दावा किया कि भाजपा सरकार शिक्षा पर बजट में कटौती की है और वह शिक्षा को निजी समूहों के हाथों में सौंप रही है।