Edited By Pardeep,Updated: 11 Dec, 2018 11:18 PM
राजनीतिक जानकारों ने कहा है कि मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के शानदार प्रदर्शन के बाद पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष गम्भीर चुनौती पेश करते दिखाई दे रहे हैं, लेकिन उनका असल इम्तिहान अगले साल होने...
नई दिल्ली: राजनीतिक जानकारों ने कहा है कि मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के शानदार प्रदर्शन के बाद पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष गम्भीर चुनौती पेश करते दिखाई दे रहे हैं, लेकिन उनका असल इम्तिहान अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में होगा।
हिंदी भाषी क्षेत्र के इन तीन प्रमुख राज्यों में कांग्रेस ने यह कामयाबी उस वक्त हासिल की है जब गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष की कमान संभाले एक साल हुए हैं। वैसे दो राज्यों तेलंगाना और मिजोरम में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा है। राजनीतिक विश्लेषक सुशीला रामास्वामी का कहना है कि एक अच्छा नेता वो होता है जो अपनी गलतियों से सीखे। उन्होंने मीडिया से कहा,‘‘ऐसा नहीं है कि राहुल गांधी पहले तैयार नहीं थे। एक अच्छे नेता को जनता से जुड़े रहना चाहिए और यह जानना चाहिए कि लोगों की आकांक्षाएं क्या हैं।‘‘
इन तीन राज्यों के जनादेश को राहुल गांधी के नेतृत्व पर एक तरह की मुहर लगने के तौर पर देखा जा रहा है। भाजपा और अन्य विरोधी दल गांधी के नेतृत्व को लेकर सवाल करते रहे हैं। ‘‘सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च‘’की मनीषा प्रियम का कहना है,‘‘राहुल गांधी ने अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन यह निर्णायक प्रदर्शन नहीं है। वह मध्य प्रदेश में और बेहतर कर सकते थे। हां, ये नतीजे 2019 के लिए विपक्ष का हौसला बढ़ाने का काम करेंगे।‘‘