Edited By Anil dev,Updated: 09 Feb, 2019 11:00 AM
राजस्थान में गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति ने आरक्षण की अपनी मांग को लेकर अपना आंदोलन एक बार फिर शुरू कर दिया है। ट्रैक पर जारी प्रदर्शन के कारण कई रेल यातायात पर काफी असर पड़ा है। अब तक 14 ट्रेनें कैंसल की जा चुकी हैं और कोटा में 4 रेलगाडिय़ों के मार्ग...
जयपुर: राजस्थान में गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति ने आरक्षण की अपनी मांग को लेकर अपना आंदोलन एक बार फिर शुरू कर दिया है। ट्रैक पर जारी प्रदर्शन के कारण कई रेल यातायात पर काफी असर पड़ा है। अब तक 14 ट्रेनें कैंसल की जा चुकी हैं और कोटा में 4 रेलगाडिय़ों के मार्ग बदले गए हैं। कुछ ट्रेनों को गंतव्य स्टेशन से पहले ही रोक दिया गया है। इस बारे में जानकारी उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अभय शर्मा ने दी। कोटा डीआरएम ने ट्वीट कर हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी दी है। आंशिक रद्द गाड़ियों और गाड़ियों के रूट मे बदलाव की जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर- 0744-2467153 और 0744-2467149 पर संपर्क किया जा सकता है।
गुर्जर नेता किरौड़ी सिंह बैंसला ने इस बार के आंदोलन को ‘‘आरपार की लड़ाई’’ बताया है। बैंसला सवाईमाधोपुर जिले में मलारना डूंगर के पास अपने समर्थकों के साथ दिल्ली-मुंबई रेल लाइन पर बैठ गए। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वे हालात पर करीबी निगाह रखे हुए हैं। वहीं, गुर्जर आंदोलन के मद्देनजर राजधानी जयपुर में उच्चस्तरीय बैठकें हो रही हैं ताकि आंदोलनकारियों से बातचीत की कोई राह निकाली जा सके।
गुर्जर नेताओं ने मलारना डूंगर के पास चौहानपुरा मकसूदनपुरा में महापंचायत की और लगभग साढ़े पांच बजे आंदोलन शुरू करने का फैसला किया। रेल पटरी पर बैठने के बाद बैंसला ने मीडिया से कहा कि यह आरपार की लड़ाई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को अपने वादे पर खरा उतरना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘ हालात बदल गए हैं, इस बार हम चूकेंगे नहीं।’’ गुर्जर नेता अपनी मांग के समर्थन में रेल व सड़क मार्गों को अवरुद्ध करने की चेतावनी दे चुके हैं। उल्लेखनीय है कि राज्य में गुर्जरों के आंदोलन का मुद्दा 14 साल से चल रहा है।