Edited By Seema Sharma,Updated: 31 Dec, 2018 03:24 PM
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत की एक सभा में कार्यकर्त्ता आपस में ही भिड़ गए और जमकर मारपीट की। भागवत ने यहां पास के बरवडा में क्रीड़ा भारती के तीन दिवसीय राष्ट्रीय शिविर के समापन समारोह को संबोधित करने पहुंचे थे
धनबादः राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत की एक सभा में कार्यकर्त्ता आपस में ही भिड़ गए और जमकर मारपीट की। भागवत ने यहां पास के बरवडा में क्रीड़ा भारती के तीन दिवसीय राष्ट्रीय शिविर के समापन समारोह को संबोधित करने पहुंचे थे, उनके साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री रघुबर दास भी थे। हालांकि जब कार्यकर्त्ता आपस में भिड़े तब तक भागवत वहां से जा चुके थे। भागवत जैसे ही कार्यक्रम से निकले तो वहां मौजूद कार्यकर्त्ताओं में किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई।
मामला इतना बढ़ गया कि वहां जमकर लात-घूसे चले और एक-दूसरे को गालियां भी निकालीं। कार्यकर्त्ता मारपीट पर क्यों उतर आए, इसको लेकर क्या हुआ था वो मामला सामने नहीं आया है। लेकिन इसकी काफी चर्चा हो रही है। दरअसल भागवत के कार्यक्रम में इस तरह बवाल होना चिंता का कारण है। हाल ही में राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में चुनावों के दौरान मोहन भागवत की सुरक्षा का उल्लंघन हुआ था।
2019 के आम चुनावों से पहले भागवत की जान के खतरे को लेकर केंद्रीय और स्टेट एजैंसियों द्वारा एक सुरक्षा ऑडिट किया गया। एजैंसियों ने भागवत की जान को खतरे के मद्देनजर सिक्योरिटी को राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एन.एस.जी.) के ब्लैक कैट कमांडो में अपग्रेड करने की सिफारिश की है। भागवत को वर्तमान में जैड प्लस सुरक्षा कवर प्राप्त है जो कि एस.पी.जी. और एन.एस.जी. के बाद तीसरी उच्चतम सुरक्षा है। इसमें 60 से अधिक सी.आई.एस.एफ. कमांडो उनकी सुरक्षा में चौबीस घंटे तैनात रहते हैं।