Edited By Yaspal,Updated: 10 Aug, 2021 09:56 PM
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली महामारी की दूसरी लहर के दौरान और उसके बाद जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजे गए 80 प्रतिशत से अधिक कोविड नमूनों में पाए गए कोरोना वायरस के डेल्टा स्वरूप से पहले
नेशनल डेस्कः स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली महामारी की दूसरी लहर के दौरान और उसके बाद जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजे गए 80 प्रतिशत से अधिक कोविड नमूनों में पाए गए कोरोना वायरस के डेल्टा स्वरूप से पहले ही उबर चुकी है। मंत्री ने संवाददाताओं से कहा कि केंद्र ने अभी तक ऑक्सीजन की कमी के कारण होने वाली मौतों के आंकड़े नहीं मांगे हैं और शहर में जल्द ही एक नया सीरो सर्वेक्षण किया जाएगा।
पिछले साल जून के अंत में किए गए पहले सीरो सर्वेक्षण में 22.6 प्रतिशत नमूनों में कोविड एंटीबॉडी पाए गए थे। जैन ने कहा कि 80 प्रतिशत से अधिक नमूनों को दूसरी लहर के दौरान जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजा गया और उसके बाद डेल्टा स्वरूप की मौजूदगी पाई गई। उन्होंने कहा, ‘‘क्योंकि डेल्टा स्वरूप भारत में उत्पन्न हुआ है, हम पहले ही दूसरी लहर के दौरान इस स्वरूप के प्रकोप का सामना कर चुके हैं। अन्य देशों को खुद को तैयार करने की जरूरत है, क्योंकि यह वहां फैल रहा है।’’
जैन ने कहा, ‘‘दिल्ली पहले ही डेल्टा स्वरूप से जूझ चुकी है और उससे उबर चुकी है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने यह भी बताया है कि दिल्ली दूसरी लहर के दौरान डेल्टा स्वरूप से जूझ रही थी। इसलिए, मुझे नहीं लगता कि यह अब हमारे लिए चिंता का कारण होना चाहिए।’’ स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार कोरोना वायरस की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए 12,000 आईसीयू बिस्तर सहित 37,000 बिस्तरों को तैयार कर रही है।