Edited By vasudha,Updated: 02 Oct, 2019 06:24 PM
पहली बार शोधकर्ताओं ने यह पता लगाने में सफलता पाई है कि पढ़ने के दौरान मस्तिष्क की दो परतें आपस में किस प्रकार संचार स्थापित करती हैं। इस खोज से न्यूरो इमेजिंग तकनीक और मस्तिष्क में फैली तंत्रिकाओं के जाल की संरचना की हमारी समझ में वृद्धि होगी...
नेशनल डेस्क: पहली बार शोधकर्ताओं ने यह पता लगाने में सफलता पाई है कि पढ़ने के दौरान मस्तिष्क की दो परतें आपस में किस प्रकार संचार स्थापित करती हैं। इस खोज से न्यूरो इमेजिंग तकनीक और मस्तिष्क में फैली तंत्रिकाओं के जाल की संरचना की हमारी समझ में वृद्धि होगी। साथ ही इस अध्ययन से मानव मस्तिष्क भाषा को किस प्रकार समझता है यह जानने में सहायता मिलेगी।
पीएनएएस जर्नल में प्रकाशित शोधपत्र के अनुसार जब व्यक्ति कोई शब्द पढ़ता है तो मस्तिष्क में दो प्रक्रिया एक साथ होती है। वैज्ञानिक भाषा में एक प्रक्रिया ‘बॉटम-अप' कहलाती है जिसके द्वारा मस्तिष्क अक्षरों को पहचानता है और दूसरी प्रक्रिया ‘टॉप-डाउन' कही जाती है जिससे मस्तिष्क स्मृति की सहायता से उन शब्दों का अर्थ समझता है।
नीदरलैंड स्थित मैक्स प्लांक इंस्टीट्यूट फॉर साइकोलिंग्विस्टिक्स के शोधकर्ताओं ने कहा कि बिना मस्तिष्क को खोले उसके भीतर विभिन्न परतों के बीच जाने वाले संदेश को मापना बेहद कठिन था। इसलिए उन्होंने मस्तिष्क की भीतर एक मिलीमीटर से भी पतली परतों की पड़ताल के लिए लैमिनर फंक्शनल मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग (एक विशेष प्रकार की एमआरआई तकनीक) का प्रयोग किया।
अध्ययन में भीतरी परतों में टॉप डाउन प्रक्रिया की सूचना जबकि मझली परतों में बॉटम-अप की जानकारी प्राप्त हुई। इसके लिए शोधकर्ताओं ने एक प्रयोग किया जिसमें बाईस डच नागरिकों को उनकी भाषा के कुछ वास्तविक और कुछ छद्म शब्द पढ़वाये गए जिसके दौरान उनके दिमाग पर अध्ययन किया गया। मैक्स प्लांक इंस्टिट्यूट के शोधकर्ता पीटर हागुर्ट ने कहा कि मस्तिष्क की ऊपरी सतह कोर्टेक्स में इस प्रकार का प्रयोग सफलतापूर्वक पहली बार किया गया जिससे भाषा विज्ञान और दिमाग की संरचना के बारे में जानने में सहायता मिलेगी।