Edited By Monika Jamwal,Updated: 10 Oct, 2018 05:59 PM
शहरी स्थानीय निकाय चुनावों के खिलाफ अलगाववादियों द्वारा बुलाई हड़ताल से कश्मीर घाटी के चुनाव वाले क्षेत्रों में बुधवार को जनजीवन प्रभावित रहा।
श्रीनगर : शहरी स्थानीय निकाय चुनावों के खिलाफ अलगाववादियों द्वारा बुलाई हड़ताल से कश्मीर घाटी के चुनाव वाले क्षेत्रों में बुधवार को जनजीवन प्रभावित रहा। घाटी में दूसरे चरण का मतदान बुधवार सुबह छह बजे शुरू होकर शाम चार बजे तक चला। अधिकारी ने बताया कि घाटी के चुनाव वाले क्षेत्रों में दुकानेंए पेट्रोल पंप और अन्य व्यावसायिक संस्थान बंद रहे। शहर के कई इलाकों में भी दुकानें बंद रहीं। उन्होंने बताया कि एहतियाती तौर पर अधिकारियों ने शहर में इंटरनेट की गति भी कम कर दी है। अधिकारियों ने बताया कि चुनाव वाले क्षेत्रों में सार्वजनिक परिवहन के साधन भी सडक़ों से नदारद रहे लेकिन घाटी के अन्य इलाकों में इनकी आवाजाही सामान्य रही।
सरकार ने चुनाव वाले क्षेत्रों में छुट्टी का ऐलान किया था। संयुक्त प्रतिरोध नेतृत्व (जेआरएल) के अलगाववादियों ने मंगलवार को इलाके में बंद रखने की घोषणा की थी। जेआरएल में सैयद अली शाह गिलानी, मीरवायज उमर फारूक और मोहम्मद यासीन मलिक शामिल हैं, जिन्होंने एक संयुक्त बयान में कहा था। दूसरे चरण में जहां चुनाव होने हैं, वहां लोग इस नाटक से दूर रहकर, इसका बहिष्कार कर दिखाएंगे कि उन्हें इससे कोई मतलब नहीं है।