Edited By Anu Malhotra,Updated: 12 Jul, 2022 12:25 PM
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि सोमवार को हमने शिवसेना की बैठक में द्रौपदी मुर्मू को समर्थन के मुद्दे पर चर्चा की लेकिन द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करने का मतलब भाजपा का समर्थन करना नहीं है। शिवसेना की भूमिका एक-दो दिन में साफ हो जाएगी।
नेशनल डेस्क: शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि सोमवार को हमने शिवसेना की बैठक में द्रौपदी मुर्मू को समर्थन के मुद्दे पर चर्चा की लेकिन द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करने का मतलब भाजपा का समर्थन करना नहीं है। शिवसेना की भूमिका एक-दो दिन में साफ हो जाएगी।
राउत ने कहा कि विपक्ष जिंदा रहना चाहिए। हमारे पास विपक्ष के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के प्रति भी सद्भावना है... पहले हमने प्रतिभा पाटिल का समर्थन किया था... NDA उम्मीदवार का नहीं। हमने प्रणब मुखर्जी का भी समर्थन किया था। शिवसेना दबाव में फैसले नहीं लेती।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, शिवसेना की इस बैठक में संजय राउत कथित तौर पर अलग-थलग पड़ गए थे। उन्होंने शिवसेना द्वारा विपक्ष के साझा प्रत्याशी यशवंत सिन्हा के समर्थन की अपील की थी। पार्टी सूत्रों का कहना है कि शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे पार्टी के अधिकांश सांसदों की राय से सहमत होकर मुर्मू के समर्थन का एलान कर सकते हैं। बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान 18 जुलाई को होगा।