Edited By ,Updated: 01 Nov, 2016 02:08 AM
स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) के 8 आतंकी भोपाल सेंट्रल जेल से गार्ड का मर्डर कर फरार हो गए थे, जिन्हें पुलिस ने ढेर कर दिया है।
भोपाल: भोपाल स्थित एक केंद्रीय जेल से आज तड़के फरार हुए प्रतिबंधित संगठन सिमी (स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट आफ इंडिया) के आठों सदस्य शहर के बाहरी इलाके में पुलिस के साथ एक मुठभेड़ में मारे गए। मध्यप्रदेश के गृह मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि भोपाल जेल से फरार सभी आठ सिमी आतंकी भोपाल के बाहरी हिस्से में मालीखेड़ा में पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गये। स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस कर्मियों ने उन्हें मालीखेड़ा में खोजा और उन्हें घेर लिया गया। उन्होंने पुलिस को चुनौती दी जिसके बाद हुई मुठभेड़ में वह मारे गए।
जेल की दीवार फांद हुए थे फरार
इससे पहले, भोपाल रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (डीआईजी) रमनसिंह ने बताया था कि सिमी कार्यकर्ता कपड़े की चादरों की सहायता से तड़के करीब दो से तीन बजे के बीच जेल की दीवार फांद का फरार हो गए। भागने से पहले उन्होंने स्टील की नुकीली प्लेट और कांच से सिपाही की गर्दन पर वार कर उसकी हत्या कर दी।’ एक अधिकारी ने बताया कि फरार आरोपियों की पहचान अमजद, जाकिर हुसैन सादिक, मोहम्मद सालिक, मुजीब शेख, महबूब गुड्डू, मोहम्मद खालिद अहमद, अकील और माजिद के तौर पर हुई है।
घटना की जांच करेगी NIA
भोपाल केंद्रीय जेल से प्रतिबंधित संगठन सिमी के आठ आतंकवादियों के फरार होने और इससे जुडे घटनाक्रम की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) करेगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने निवास पर संवाददाताओं से चर्चा में कहा कि आतंकवादियों के तार मध्यप्रदेश के बाहर भी जुड़े हो सकते हैं। उनका मानना है कि इसलिए इस मामले की जांच एनआईए बेहतर तरीके से कर सकती है। चौहान ने कहा कि इस संबंध में उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से दूरभाष पर चर्चा की और उन्होंने यह मांग मान ली है। अब एनआईए इस मामले की जांच करेगी।