Edited By Yaspal,Updated: 25 Nov, 2019 07:47 PM
ओम बिड़ला के लोकसभा अध्यक्ष बनने के बाद उन्होंने सदन के अंदर नई परंपरा शुरू की थी। संसद के मानसून सत्र के दौरान बिड़ला ने बिना किसी रुकावट के सदन को चलाया था। करीब 39 दिन के मानसून सत्र में एक बार भी कार्यवाही को...
नेशनल डेस्कः ओम बिड़ला के लोकसभा अध्यक्ष बनने के बाद उन्होंने सदन के अंदर नई परंपरा शुरू की थी। संसद के मानसून सत्र के दौरान बिड़ला ने बिना किसी रुकावट के सदन को चलाया था। करीब 39 दिन के मानसून सत्र में एक बार भी कार्यवाही को स्थगित नहीं किया गया था। लेकिन ओम बिड़ला का यह रिकॉर्ड अब टूट गया है। दरअसल, संसद के शीतकालीन सत्र में उन्हें लोकसभा की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। लोकसभा में सोमवार को महाराष्ट्र के राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस समेत अन्य ने हंगामा करते हुए नारेबाजी शुरू की। इस दौरान सांसदों ने विरोध के अन्य तरीके अपनाए, तो लोकसभा अध्यक्ष नाराज हो गए।
लोकसभा अध्यक्ष से मिलने गए सांसदों ने कहा कि पहले भी सदन में सांसद विरोध दर्ज कराने के लिए पोस्टर, पर्ची लहराते रहे हैं। इस पर लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि पहले जो भी हुआ हो, अब नहीं चलेगा, लेकिन विपक्ष नहीं माना। लिहाजा लोकसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
12 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने के थोड़ी देर बाद ही इसे फिर से दो बजे तक के लिए स्थगित कर देना पड़ा। इस दौरान केरल के दो कांग्रेस सांसदों टीएन प्रथापन और हिबी एडेन को लोकसभा अध्यक्ष ने निलंबित भी कर दिया। इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष ने दोनों सांसदों को बैनर नीचे करने की चेतावनी भी दी, लेकिन सांसद नहीं माने। तब लोकसभा अध्यक्ष ने सांसदों को सदन से बाहर करने का आदेश दे दिया।
दोनों सांसदों का निलंबन लोकसभा के मार्शलों के साथ धक्का-मुक्की के कारण हुआ। इसके बाद सदन की बैठक दोपहर दो बजे फिर बुलाई गई और तब आसन पर मीनाक्षी लेखी थीं। लेखी ने सदन की कार्यवाही को 26 नवंबर दो बजे तक के सिए स्थगित कर दिया और सभी सदस्यों को 26 नवंबर को 11 बजे सेंट्रल हाल में मिलने के लिए भी कहा।