Edited By Seema Sharma,Updated: 22 Aug, 2018 03:11 PM
केरल में बाढग़्रस्त स्थानों पर फंसे लोगों को बचाने का काम अब लगभग स्माप्ति की ओर है ऐसे में केरल सरकार ने आज अपना पूरा ध्यान मकानों और सार्वजनिक स्थानों की सफाई पर केन्द्रित किया है। आपदा प्रबंधन राज्य नियंत्रण कक्ष के अनुसार आठ अगस्त से बाढ़
तिरुवनंतपुरम: केरल में बाढग़्रस्त स्थानों पर फंसे लोगों को बचाने का काम अब लगभग स्माप्ति की ओर है ऐसे में केरल सरकार ने आज अपना पूरा ध्यान मकानों और सार्वजनिक स्थानों की सफाई पर केन्द्रित किया है। आपदा प्रबंधन राज्य नियंत्रण कक्ष के अनुसार आठ अगस्त से बाढ़ से जुड़ी घटनाओं में अब तक 231 लोगों की मौत हो चुकी है और 32 लोग लापता हैं। राज्य भर के 3,879 राहत शिविरों में 3.91 लाख परिवारों के कम से कम 14.50 लाख लोग रह रहे हैं। बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित एर्णाकुलम जिले में 850 राहत शिविरों में 5.32 लाख लोग रह रहे हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि स्वास्थ्य और स्थानीय स्व-सरकारी विभाग के तहत तीन हजार से अधिक दस्तों ने मकानों और सार्वजनिक स्थानों की सफाई का काम शुरू कर दिया है।
मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा है कि ज्यादातर फंसे लोगों को निकाल लिया गया है और अब दूर दराज के मकानों में तलाश की जाएगी कि कहीं कोई फंसा तो नहीं है। भारतीय वायु सेना के जवानों ने कल 15 लोगों को बचाया इनमें 11 वे लोग हैं जो कि पलक्कड़ जिले में भूस्खलन से अलग थलग पड़े नेल्लियमपाथी में फंसे हुए थे। अधिकारियों ने बताया कि कल 12 हजार घरों की सफाई का काम पूरा हो चुका है।
इसबीच मुस्लिम युवको के एक समूह ने मिसाल पेश करते हुए मलप्पुरम और वायनाड जिलों में मंदिरों की सफाई की। राज्य सरकार ने मनरेगा तथा केंद्र की योजनाओं के तहत 2,600 करोड़ की राहत राशि की मांग की है। इसबीच संयुक्त अरब अमीरात ने राज्य के पुर्निनर्माण कार्य के लिए करीब 700 करोड़ रुपए की सहायता की पेशकश की है।