Edited By Monika Jamwal,Updated: 06 Feb, 2019 01:42 PM
सामाजिक दायित्व के प्रति अपनी जिम्मेवारी को निभाते हुए वृद्ध आश्रम में बुजुर्गोे का हाल जानने पहुंची महिला डिग्री कालेज की छात्राओं के समक्ष बुजुर्गोंं का दर्द छल्क पड़ा।
कठुआ : सामाजिक दायित्व के प्रति अपनी जिम्मेवारी को निभाते हुए वृद्ध आश्रम में बुजुर्गोे का हाल जानने पहुंची महिला डिग्री कालेज की छात्राओं के समक्ष बुजुर्गोंं का दर्द छल्क पड़ा। आंसुओं के बीच अपने जीवन एवं वृद्ध आश्रम तक पहुंचने की व्यथा ब्यान कर रहे बुजुर्गों की आंखों में दर्द तो दिख ही रहा था । उनके दर्द को सुनने से छात्राएं भी अपने आंसुओं को रोक नहीं पाई। छात्राओं ने बाद में बुजुर्गों को ढांढस बांधते हुए उनहें जीवन में निरंतर इसी तरह से आगे बढऩे को पे्ररित किया।
इस मौके पर छात्राओं ने कहा कि समाज के इस दौर मेे हमें समझना चाहिए कि माता पिता का स्थान अहम है। माता पिता ने ही हमें जन्म दिया है जबकि उनकी बुजुर्ग होने पर उनकी देखभाल करना हम सबका कर्तव्य बनता है। उन्होंने कहा कि आज के युवाओं को अपनी सभ्यताओं, परंपराओं को समझना होगा और अपने माता पिता, बुजुर्गों की सेवा करनी होगी।