Edited By Dishant Kumar,Updated: 23 Mar, 2021 08:50 PM
सुप्रीम कोर्ट ने बीमा दावा को लेकर एक बड़ा फैसला दिया।अदालत ने उस व्यक्ति की कानूनी उत्तराधिकारी के बीमा दावे को खारिज कर दिया, जिसकी मौत अत्यधिक शराब पीने के कारण हुई थी। जस्टिस एमएम शांतानागौर और विनीत शरण ने कहा कि बीमा कंपनी का दायित्व पूरी तरह...
सुप्रीम कोर्ट ने बीमा दावा को लेकर एक बड़ा फैसला दिया।अदालत ने उस व्यक्ति की कानूनी उत्तराधिकारी के बीमा दावे को खारिज कर दिया, जिसकी मौत अत्यधिक शराब पीने के कारण हुई थी। जस्टिस एमएम शांतानागौर और विनीत शरण ने कहा कि बीमा कंपनी का दायित्व पूरी तरह या प्रत्यक्ष तौर पर किसी दुर्घटना से पहुंची चोट के मामले में मुआवजा देने का है। इसी लिए शराब के सेवन से होने वाली मौत दुर्घटना नहीं है गौर हो की हिमाचल के शिमला जिले में एक चौकीदार की मृत्यु 1997 में हुई थी और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में उसकी मौत का कारण ज्यादा शराब पीना बताया गया था। अदालत ने इस मामले में अपना फैसला सुनआते हुए कहा कि इस तरह की मृत्यु दुर्घटना से होने वाली मृत्यु की श्रेणी में नहीं आती और संबंधित बीमा नीति के तहत ऐसे मामलों में मुआवजा देने का बीमा कंपनी का दायित्व नहीं बनता।