Edited By Seema Sharma,Updated: 07 May, 2021 10:48 AM
देश में फिलहाल कोरोना की दूसरी लहर चल रही है। देश में इस बार कोरोना के सारे रिकॉर्ड टूट रहे हैं। इसी बीच सरकार ने कोरोना की तीसरी लहर की चेतावनी भी जारी कर दी है। पिछले साल कहा जा रहा था कि कुछ समय बाद कोरोना खत्म हो जाएगा लेकिन वैक्सीन आने के...
नेशनल डेस्क: देश में फिलहाल कोरोना की दूसरी लहर चल रही है। देश में इस बार कोरोना के सारे रिकॉर्ड टूट रहे हैं। इसी बीच सरकार ने कोरोना की तीसरी लहर की चेतावनी भी जारी कर दी है। पिछले साल कहा जा रहा था कि कुछ समय बाद कोरोना खत्म हो जाएगा लेकिन वैक्सीन आने के बावजूद भी कोरोना का कहर जारी है। अप्रैल महीने और मई के पहले हफ्ते में कोरोना वायरस के खतरनाक स्तर पर फैलने और मई के दूसरे हफ्ते में इसके शिखर पर होने की संभावना के बीच एक अच्छी खबर आई है कि मई के अंत तक कोरोना की दूसरी लहर का आतंक कम हो सकता है। साथ ही यह भी आशा जताई जा रही है कि जितनी तेजी से कोरोना फैल रहा है उतनी ही तेजी से इसका प्रभाव कम होगा और यह बीमारी मौसमी बीमारी बनकर रह जाएगी।
इंडियन वुमन प्रेस कॉर्प्स की वर्चुअल मीटिंग के दौरान बातचीत में वेल्लूर स्थित क्रिश्चियन मैडीकल कॉलेज (CMC) की वायरोलॉजिस्ट डॉ. गगनदीप कंग ने ऐसी संभावना जताई है। साथ ही उन्होंने लॉकडाउन का भी समर्थन किया है। डॉ. कंग ने कहा कि वास्तव में यह वायरस बैड फ्लू वायरस की तरह हो जाएगा, जो बस जाएगा। अपूर्ण प्रतिरक्षा (इम्युनिटी) के कारण हमें वैक्सीन बूस्टर की आवश्यकता हो सकती है। इस वायरस के साथ हमें दो या इससे अधिक शिखर देखने पड़ सकते हैं लेकिन तब हालात ज्यादा खतरनाक नहीं होंगे।
डॉ. कंग ने बताया कि यह वायरस ग्रामीण और मध्य वर्ग के उन क्षेत्रों में पहुंचा यहां यह पिछली लहर के दौरान नहीं पहुंचा था। हम टीकाकरण बढ़ाते हैं तो अगले कुछ महीनों में बहुत अच्छे परिणाम सामने आएंगे। उन्होंने कहा कि वैक्सीन हमें गंभीर बीमारी और संक्रमण के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करती है। डॉ. कंग ने वैक्सीन लगवाने का समर्थन किया है। भारत में फिलहाल कोविशील्ड और कोवैक्सीन का इस्तेमाल किया जा रहा है। आने वाले समय में और भी वैक्सीन इस वर्ग में शामिल होंगी।