Edited By vasudha,Updated: 27 Apr, 2020 10:33 AM
केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी का मानना है कि गडकरी चीन के प्रति दुनिया की नाराजगी भारत के लिए आर्शीवाद साबित हो सकती है। उन्होंने कहा कि भारत को कोरोना वायरस महामारी के बीच चीन के लिए विश्व की ‘‘घृणा'''' को बड़े पैमाने पर विदेशी निवेश आकर्षित करके...
नेशनल डेस्क: केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी का मानना है कि गडकरी चीन के प्रति दुनिया की नाराजगी भारत के लिए आर्शीवाद साबित हो सकती है। उन्होंने कहा कि भारत को कोरोना वायरस महामारी के बीच चीन के लिए विश्व की ‘‘घृणा'' को बड़े पैमाने पर विदेशी निवेश आकर्षित करके अपने लिए आर्थिक अवसर के रूप में देखना चाहिए।
गडकरी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये प्रवासी भारतीय छात्रों से रूबरू होते हुए कहा कि सारी दुनिया में अब चीन के लिए घृणा है। क्या हमारे लिए इसे भारत के लिए एक अवसर में बदलना संभव है।'चीन से बाहर जाने वाले व्यवसायों के लिए जापान द्वारा आर्थिक पैकेज घोषण का जिक्र करते हुए गडकरी ने कहा कि मेरा मानना है कि हमें इस पर सोचना चाहिए और हम इस पर ध्यान केंद्रित करेंगे। हम उन्हें और हर उस चीज को मंजूरी देंगे और विदेशी निवेश आकर्षित करेंगे।
गडकरी ने कहा कि यह भारत के लिए एक अवसर है और भारतीय उद्यमियों को उन कंपनियों से निवेश आकर्षित करने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए जो चीन से बाहर जाना चाहते हैं और अपने बेस में बदलाव करना चाहते हैं।
जब केन्द्रीय मंत्री से पूछा गया कि यदि यह पाये जाने पर कि चीन ने कोरोना वायरस से जुड़ी सूचना को जानबूझकर छिपाया है तो क्या भारत कोई कार्रवाई करेगा, उन्होंने कहा कि यह एक संवेदनशील विषय है जो विदेश मंत्रालय और प्रधानमंत्री से जुड़ा है और इसलिए इस पर उनका प्रतिक्रिया देना उचित नहीं होगा।