Edited By Tanuja,Updated: 12 Apr, 2018 01:40 PM
अपनी विस्तारवाद की नीतियें के चलते हमेशा अपने पड़ोसी देशों का साथ विवादों में रहने वाले चीन की एक नई रोंगटे खड़े कर देने वाली करतूत सामने आई है।
बीजिंगः अपनी विस्तारवाद की नीतियें के चलते हमेशा पड़ोसी देशों का साथ विवादों में रहने वाले चीन की एक नई रोंगटे खड़े कर देने वाली करतूत सामने आई है। जानकारी के अनुसार चीनी सैनिक तिब्बती लोगों को मारकर नदी में फेंक रहे हैं। इसके अलावा वे अरुणाचल प्रदेश के सीमावर्ती इलाकों में आकर पत्थरों पर चीनी भाषा में लिख जाते हैं कि ये इलाका चीन का है।
एक अखबार की रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि चीनी सैनिक तिब्बती लोगों के साथ कैसी बर्बरता अपना रहे हैं। यहां किविथू से सटी लाइन ऑफ कंट्रोल पर प्राय: दोनों देशों के बीच तनातनी रहती है। भारतीय सैनिक चीनी सैनिकों द्वारा लिखे गए संदेशों को मिटाकर वहां लिख देते हैं -यह भारत है। चीन की ऐसी करतूतों से स्थानीय लोग भी चिढ़े हुए हैं क्योंकि उस ओर अक्सर मानवाधिकार के हनन की घटनाएं होती रहती हैं।
अब चीनी सैनिक तिब्बती लोगों की आवाज को दबाने के लिए उन्हें मारकर नदियों में फेंक रहे हैं। यहां के स्थानीय लोग बताते हैं कि चीनी सैनिकों द्वारा मारे गए तिब्बतियों की लाशें लोहित नदी में बहकर आ जाती हैं। चीनी सैनिक ऐसा इसलिए करते हैं क्योंकि इससे मारे गए लोगों की लाशें तिब्बत में उनके परिजनों को मिलती नहीं हैं। इस प्रकार यह मामला दबा दिया जाता है।
नदी में फेंकने से शव खराब हो जाते हैं। भारत में बहकर आने से यहां दिवंगत लोगों के परिजनों का आकर शिनाख्त करने की संभावना शून्य हो जाती है। इसलिए चीनी सेना तिब्बतियों का दमन करने के लिए ऐसा कर रही है। इसके अलावा चीन ने यहां सेना के उपयोग के लिए आधारभूत ढांचा बहुत मजबूत किया हुआ है। स्थानीय लोगों में चीन के प्रति आक्रोश है और वे चीनी सामान का बहिष्कार कर रहे हैं।