Edited By Tanuja,Updated: 07 Jan, 2021 03:16 PM
अमेरिका के वाशिंगटन में बुधवार को कौपिटोल परिसर में घुसे ट्रंप समर्थकों और पुलिस की भिड़ंत के वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं
वाशिंगटन: अमेरिका के वाशिंगटन में बुधवार को कौपिटोल परिसर में घुसे ट्रंप समर्थकों और पुलिस की भिड़ंत के वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। ट्रंप समर्थकों के प्रदर्शन दौरान पुलिस भिड़ंत के बाद भड़की हिंसा में अब तक कम से कम चार लोगों की मौत हो गई है । वीडियो में देखा जा सकता है कि किस तरह ट्रंप समर्थक सुरक्षा कर्मियों के विरोध के बावजूद बैरीकेड्स तोड़ कर संसद भवन में घुस रहे हैं और हंगामा कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर वायरल प्रदर्शन की वीडियो और तस्वीरों में तिंरगा भी दिखाई दे रहा है।
हिंसा दौरान तिरंगा फहराए जाने की वीडियो व तस्वीर सामने आने के बाद कई सवाल उठाए जा रहे हैं। भारतीय राजनेता वरुण गांधी ने भी इस वीडियो को लेकर ट्विटर पर पूछा है-"भारतीय झंडा यहां क्यों? ये उनकी अपनी लड़ाई है, हम इसका नहीं बनेंगे।" घटना के बाद करीब 52 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार भी किया गया है। इस हिंसक घटना को देखते हुए वाशिंगटन डीसी में कर्फ्यू लगा दिया गया है। हिंसा को देखते हुए वाशिंगटन में भारी पुलिसबल तैनात किया गया है। इस हिंसा के बाद ट्रंप के दो सहायकों ने अपने पद से इस्तीफा भी दे दिया है।
सोशल मीडिया पर वायरल प्रदर्शन की तस्वीरों में तिंरगा भी दिखाई दे रहा है। हालांकि इस तस्वीर की सत्यता की पुष्टि नहीं हुई है। लेकिन इस तस्वीर के सामने आने के बाद हिंसा दौरान भारतीय फ्लैग फहराए जाने को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। ट्रंप के हजारों समर्थकों के अमेरिकी कैपिटोल में घुसने के बाद मचे बवाल के बाद नए राष्ट्रपति के रूप में जो बाइडन के नाम पर मोहर लगाने की संवैधानिक प्रक्रिया बाधित हो गई। बुधवार को कांग्रेस के सदस्य इलेक्टोरल कॉलेज वोटों की गिनती कर रहे थे, इसी दौरान बड़ी संख्या में ट्रंप के समर्थक सुरक्षा व्यवस्था को ध्वस्त करते हुए कैपिटोल बिल्डिंग में घुस गए।
पुलिस को इन प्रदर्शनकारियों को काबू करने में काफी मश्क्कत का सामना करना पड़ा। इन हालात में प्रतिनिध सभा और सीनेट तथा पूरे कैपिटोल को बंद कर दिया गया। उपराष्ट्रपति माइक पेंस और सांसदों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। समाचार चैनल ‘सीएनएन' ने मेट्रोपॉलिटन पुलिस विभाग के एक प्रवक्ता के हवाले से एक खबर में कहा कि एक महिला जिसे गोली मारी गई थी उसकी मौत हो गई है। प्रदर्शनकारियों के हमले में कई अधिकारी घायल हो गए हैं। बिगड़ते हालात के बीच राष्ट्रीय राजधानी में कर्फ्यू लगा दिया गया। लेकिन बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी कर्फ्यू का उल्लंघन करते हुए सड़कों पर उतर आए।
दुनिया भर में हो रही निंदा
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा, जॉर्ज डब्ल्यू बुश समेत भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस घटना की निंदा की है। उन्होंने अपने बयान में इस घटना को अमेरिका के लिए शर्मसार करने वाली बताया है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने बयान में कहा है कि वो अमेरिका में हुई हिंसक झड़प की खबर से काफी दुखी हैं। सत्ता का हस्तांतरण बेहद शांत और खुशनुमा माहौल में पूरा किया जाना चाहिए। लोकतंत्र में इस तरह की घटनाओं की कोई जगह नहीं है। ओबामा ने अपने बयान में कहा कि आने वाला समय इस दिन को हमेशा याद रखेगा कि कैसे मौजूदा राष्ट्रपति ने झूठ बोलकर चुनाव परिणामों को गलत साबित करने की कोशिश की और गैरकानूनी गतिविधियों को बढ़ावा दिया।