Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Dec, 2017 09:17 PM
अनंत हेगड़े कर्नाटक में कोप्पल जिले के यलबुर्गा में ब्राह्मण युवा परिषद और महिलाओं के एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘जो लोग धर्मनिरपेक्ष और प्रगतिशील होने का दावा करते हैं, उन्हें अपने मां-बाप और उनके खून के बारे में जानकारी ही...
नई दिल्लीः केंद्रीय कौशल विकास राज्यमंत्री अनंत कुमार हेगड़े ने धर्मनिरपेक्षता पर विवादास्पद बयान दिया है। एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि लोगों की पहचान धर्मनिरपेक्ष के जगह धर्म और जाति के आधार पर होनी चाहिए। इस दौरान उन्होंने ये भी कहा कि इस सोच के साथ संविधान में बदलाव भी किया जा सकता है और इसीलिए हमलोग यहां हैं। उनके इस बयान के बाद उनकी चौरफा आलोचना हो रही है। इस कर्नाटक सीएम सिद्दरमैया और अभिनेता प्रकाश राज ने कड़ी आपत्ति जताई।
अनंत हेगड़े कर्नाटक में कोप्पल जिले के यलबुर्गा में ब्राह्मण युवा परिषद और महिलाओं के एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘जो लोग धर्मनिरपेक्ष और प्रगतिशील होने का दावा करते हैं, उन्हें अपने मां-बाप और उनके खून के बारे में जानकारी ही नहीं होती है।
उन्होंने कहा कि मुझे बहुत खुशी होगी यदि कोई व्यक्ति खुद की पहचान मुस्लिम, ईसाई, ब्राह्मण, लिंगायत या हिंदू के तौर पर करता है। इस तरह की पहचान से आत्मसम्मान हासिल होता है। समस्या तब उत्पन्न होती है जब कोई खुद को धर्मनिरपेक्ष कहता है।’ इस कड़ी आपत्ति जताते हुए कर्नाटक के सीएम सिद्दरमैया ने कहा कि अनंत हेगड़े को संस्कृति और संसदीय भाषा का ज्ञान ही नहीं है।
वहीं, फिल्म अभिनेता प्रकाश राज ने केंद्रीय मंत्री को आड़े हाथ लिया है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘अनंत हेगड़े आप एक निर्वाचित जनप्रतिनिधि हैं, आप किसी के मां-बाप पर टिप्पणी कर कैसे इतना नीचे गिर सकते हैं।’ इस दौरान उन्होंने अपने टि्वटर पर एक पत्र जारी कर कहा कि धर्मनिरपेक्ष होने का मतलब यह नहीं है कि किसी व्यक्ति को धर्म के आधार पर नहीं पहचाना जा सकता है। धर्मनिरपेक्षता का मतलब अन्य धर्मों को स्वीकार कर उसका सम्मान करना है।