Edited By Yaspal,Updated: 22 Apr, 2020 05:52 PM
कोरोना वायरस के चलते दुनिया ‘भुखमरी की महामारी‘ की कगार पर खड़ी है। संयुक्त राष्ट्र के निकाय विश्व खाद्य कार्यक्रम ने इसको लेकर आगाह किय है और कहा है कि वक्त रहते जरूरी कदम नहीं उठाए गए तो कुछ ही महीने में भुखमरी के शिकार लोगों की संख्या में भारी...
इंटरनेशनल डेस्कः कोरोना वायरस के चलते दुनिया ‘भुखमरी की महामारी‘ की कगार पर खड़ी है। संयुक्त राष्ट्र के निकाय विश्व खाद्य कार्यक्रम ने इसको लेकर आगाह किय है और कहा है कि वक्त रहते जरूरी कदम नहीं उठाए गए तो कुछ ही महीने में भुखमरी के शिकार लोगों की संख्या में भारी इजाफा हो सकता है। दुनियाभार में 25,65,290 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं, जिनमें से 1,77,770 लोगों की मौत हो चुकी है।
विश्व खाद्य कार्यक्रम के कार्यकारी निदेशक डेविड बीस्ले ने मंगलवार को ‘अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा अनुरक्षण संघर्ष से उत्पन्न भूख से प्रभावित आम नागरिकों की सुरक्षा विषय’ पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के आभासी सत्र के दौरान कहा कि एक ओर हम कोविड 19 महामारी से लड़ रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर भुखमरी की महामारी के मुहाने पर भी आ पहुंचे हैं।
बीस्ले कहा, ''अभी अकाल नहीं पड़ा है। लेकिन मैं आपको आगाह करना चाहूंगा कि अब अगर हमने तैयारी नहीं की और कदम नहीं उठाए तो आगामी कुछ ही महीनों में हमें इसका खमियाजा भुगतना पड़ सकता है। इससे निपटने के लिये हमें फंड की कमी और कारोबारी बाधाओं को दूर करने समेत कई कदम उठाने होंगे।'' बीस्ले ने कहा कि कोविड-19 के चलते दुनिया वैश्विक स्वास्थ्य महामारी ही नहीं बल्कि वैश्विक मानवीय सकंट का भी सामना कर रही है।
उन्होंने कहा कि संघर्षरत देशों में रहने वाले लाखों नागरिक, जिनमें कई महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं, भुखमरी के कगार पर हैं। बीस्ले ने कहा कि पूरी दुनिया में हर रात 82 करोड़ 10 लाख लोग भूखे पेट सोते हैं। इसके अलावा 13 करोड़ 50 लाख लोग भुखमरी या उससे भी बुरी स्थिति का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ''विश्व खाद्य कार्यक्रम के विश्लेषण में पता चला है कि 2020 के अंत तक 13 करोड़ और लोग भुखमरी की कगार पर पहुंच सकते हैं। इस तरह भुखमरी का सामना कर लोगों की कुल संख्या बढ़कर 26 करोड़ 50 लाख तक पहुंच सकती है।''