Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Mar, 2018 06:58 PM
असम राइफल्स मैदान में बिप्लब देब शुक्रवार को त्रिपुरा के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे। इसी के साथ पूर्वोत्तर राज्य में भाजपा की पहली सरकार का आगाज होगा। 48 वर्षीय देब ने छह मार्च को राज्यपाल तथागत राय से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया था।...
अगरतला: असम राइफल्स मैदान में बिप्लब देब शुक्रवार को त्रिपुरा के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे। इसी के साथ पूर्वोत्तर राज्य में भाजपा की पहली सरकार का आगाज होगा।
48 वर्षीय देब ने छह मार्च को राज्यपाल तथागत राय से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया था। इसके बाद राज्यपाल ने सरकार बनाने के लिए उन्हें आमंत्रित किया।
भाजपा- इंडीजीनियस पीपल्स पार्टी ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) गठबंधन ने पिछले हफ्ते आए चुनाव परिणामों में जीत दर्ज की और 25 साल के माकपा नीत वाम शासन को उखाड़ फेंका। भाजपा ने 35 सीटें जीतीं, जबकि आईपीएफटी के आठ सदस्य विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए। राज्य में 60 सदस्यीय विधानसभा है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने छह मार्च को ऐलान किया था कि जिशनू देबबर्माराज्य के उपमुख्यमंत्री होंगे। देबबर्मा की सीट पर चुनाव स्थगित हो गया था। वह चारिलम (अनुसूचित जनजाति) सीट से चुनाव लड़ रहे थे और इस सीट पर माकपा प्रत्याशी की मौत की वजह से चुनाव नहीं हुआ। इस सीट पर अब 12 मार्च को चुनाव होगा।
भाजपा के प्रवक्ता मृणाल कांती देब ने बताया कि शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, पूर्वोत्तर क्षेत्र में भाजपा शासित तीन राज्यों के मुख्यमंत्री मौजूद रहेंगे। उन्होंने कहा, ‘भाजपा शासित सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों और भाजपा के संसदीय बोर्ड के सदस्यों को शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत करने के लिए आमंत्रित किया गया है।
लंबे समय से आरएसएस के स्वयंसेवक देब राज्य में भाजपा की जीत के सूत्रधार बने। आईपीएफटी के अध्यक्ष एनसी देबबर्मा ने बताया कि पार्टी को नए मंत्रिमंडल में दो सीटें मिलेंगी। इस बाबत फैसला भाजपा नेता और पूर्वोत्तर लोकतांत्रिक गठबंधन(एनईडीए) के प्रमुख हेमंत बिस्वा शर्मा के साथ बैठक में लिया गया।