Edited By Tanuja,Updated: 27 May, 2021 01:06 PM
पाकिस्तान के सिख समूहों के बीच प्रसारित एक ऑडियो संदेश में एक सिख धर्मगुरु ने लाहौर और ननकाना साहिब स्थित सिख समुदाय के सदस्यों को तालिबान की धमकी के ...
इस्लामाबादः पाकिस्तान के सिख समूहों के बीच प्रसारित एक ऑडियो संदेश में एक सिख धर्मगुरु ने लाहौर और ननकाना साहिब स्थित सिख समुदाय के सदस्यों को तालिबान हमले के खतरे कारण देर रात घरों से बाहर न निकलने की चेतावनी दी है। पाकिस्तान के धर्मगुरु ने कहा कि उन्हें लाहौर के गुरुद्वारा डेरा साहिब में सोमवार को धार्मिक सेवाओं की समाप्ति के बाद इवैक्यूई ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड (ETPB) के अधिकारियों द्वारा इन खतरों के बारे में सूचित किया गया है। नेता ने लाहौर और ननकाना साहिब के सिखों से सुरक्षा व्यवस्था के लिए पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (PSGC) और इवैक्यूई ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड (ETPB) से अपील की।
धार्मिक नेता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि “हमें ETPB के साथ आवासीय पता, मोबाइल नंबर आदि सहित अपना विवरण साझा करने के लिए कहा गया है ताकि हमारी सुरक्षा के मुद्दे पर पुलिस के साथ चर्चा की जा सके ”। खुफिया सूत्रों ने कहा कि सोमवार को पाकिस्तान पंजाब के आतंकवाद रोधी विभाग (सीटीडी) ने अफगानिस्तान के प्रतिबंधित संगठन बलूचिस्तान रिपब्लिक आर्मी के एक आतंकवादी को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से विस्फोटक और हथियार बरामद किए हैं। इस संगठन का तालिबान के साथ संबंध बताया जा रहा है । पाकिस्तान मीडिया रिपोर्टों के अनुसार सीटीडी ने अप्रैल में भी अफगानिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन से जुड़े चार आतंकवादियों को भी गिरफ्तार किया था। इनमें से 2 लाहौर और 2 रावलपिंडी से पकड़े गए थे।
लाहौर और ननकाना साहिब में सिखों के लिए खतरा अफगानिस्तान में हिंसा की बढ़ती घटनाओं के संदर्भ में देखा जा रहा है। ननकाना साहिब के रहने वाले एक सिख ने अपना नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा कि उसने पुलिस को अपना ब्योरा दे दिया है। “हमें सीधे तौर पर कोई धमकी नहीं मिली लेकिन हमें ETPB द्वारा बताया गया है कि सिखों को आतंकवादी संगठन से खतरा है इसलिए सरकार सुरक्षा व्यवस्था करने के लिए हमारा डेटा एकत्र कर रही है।
उधर ETPB के अध्यक्ष डॉ. आमेर अहमद ने सिखों से उनके साथ अपना विवरण प्रस्तुत करने के लिए कहने की खबरों का खंडन किया। आमेर ने कहा, "हम इस तरह की खबरों का जोरदार खंडन करते हैं, पाकिस्तान में सिखों को कोई खतरा नहीं है।"