Edited By Anil dev,Updated: 05 Jun, 2019 12:45 PM
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की प्रमुख ममता बनर्जी और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच लंबे वक्त से जारी टकराव खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। ईद के मौके अल्पसंख्यकों को मुबारकबाद देते हुए ममता बनर्जी ने फिर से केंद्र...
नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की प्रमुख ममता बनर्जी और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच लंबे वक्त से जारी टकराव खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। ईद के मौके अल्पसंख्यकों को मुबारकबाद देते हुए ममता बनर्जी ने फिर से केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को निशाने पर लिया।
एक रैली को संबोधित करते हुए ममता ने अल्पसंख्यक समुदाय से कहा कि डरने की बिल्कुल जरूरत नहीं है...मुद्दई लाख बुरा चाहे तो क्या होता है ,वही होता है जो मंजूर-ए-खुदा होता है। जब सूरत निकलता है तो कभी-कभी उसकी किरणें बहुत चुभती हैं लेकिन बाद में वो फीकी पड़ जाती हैं। घबराइए मत, जितने तेजी से उन्होंने ईवीएम कैप्चर किया है उतनी ही तेजी से वो जाएंगे। इसके साथ ही ममता ने कहा कि त्याग का नाम हिंदू है, ईमान का नाम मुसलमान, प्यार का नाम है ईसाई, सिक्खों का नाम है बलिदान। ये है हमारा प्यारा हिंदुस्तान। इसकी रक्षा हम लोग करेंगे। जो हमसे टकराएगा वो चूर-चूर हो जाएगा। ये हमारा नारा है।
'जय श्री राम' नारे पर जारी है बीजेपी और ममता में तकरार
काफी लंबे समय से ममता और बीजेपी के बीच जय श्री राम नारे को लेकर तकरार जारी है। इस मुद्दे को लेकर जहां एक तरफ बीजेपी ममता को जय श्री राम लिखे हुए 10 लाख पोस्टकार्ड भेजने की तैयारी कर है वहीं दूसरी तरफ अब ममता ने ये साफ कर दिया है कि उन्हें इस नारे से कोई भी आपत्ति नहीं है। हालांकि ममता के ऐसा बोलने के बाद भी दोनों के बीच शुरू हुई तकरार कम होती नहीं दिख रही है। अब देखना ये है कि आखिर ये मसला कब और कहां खत्म होता है।