Edited By Yaspal,Updated: 06 Jan, 2020 08:39 PM
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने नागरिकता कानून और जेएनयू मुद्दे से लेकर आतंकवाद पर अपनी राय रखते हुए पुरानी सरकारों को घेरा। विदेश मंत्री ने कहा कि नागरिकता मुद्दा या अनुच्छेद 370 या अयोध्या या जीएसटी मुद्दा समय बीतने
नेशनल डेस्कः विदेश मंत्री एस जयशंकर से सोमवार को जब जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में स्थिति के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “मैं निश्चित रूप से आपको बता सकता हूं कि जब मैं जेएनयू में पढ़ता था, हमनें वहां कोई ‘टुकड़े-टुकड़े' गैंग नहीं देखा।” जेएनयू परिसर में रविवार को हुई हिंसा के बाद संस्थान के पूर्व छात्र जयशंकर ने फौरन इस घटना की निंदा करते हुए कहा था कि यह पूरी तरह से विश्वविद्यालय की परंपरा और संस्कृति के खिलाफ है।
दिल्ली में हुए एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा, मैं आपको निश्चित तौर पर बता सकता हूं कि जब मैं जेएनयू में पढ़ता था, तो हमने वहां कोई ‘टुकड़े-टुकड़े’ गैंग नहीं देखा।
दक्षिणपंथी दलों द्वारा विपक्ष, खास तौर पर वाम और वाम समर्थित संगठनों के साथ ही उनका समर्थन करने वालों के लिये “टुकड़े-टुकड़े” शब्द का इस्तेमाल किया जाता है। जयशंकर ने एक किताब के विमोचन के कार्यक्रम में यह भी कहा कि चीन के विपरीत भारत ने अनुच्छेद 370, अयोध्या और जीएसटी जैसे मुद्दे को काफी लंबे समय तक खिंचने दिया
आतंकवाद के मुद्दे पर विदेश मंत्री ने कहा, जब पठानकोट हमला हुआ तो पाकिस्तान ने भी माना कि कौन जिम्मेदार है। ये सरकार इस मामले में एकदम साफ है कि कौन पीड़ित है और कौन हमलावर। आज हमारे पास पहले के मुकाबले आज एक मजबूत निश्चय वाली सरकार है। हम समस्याओं से मजबूती और दृढ़ निश्चय के साथ निपट रहे हैं। हम इन समस्याओं को भविष्य के लिए छोड़कर नहीं जा रहे हैं।
भारत की तरह कोई और देश आतंकवाद से इस कदर पीड़ित नहीं रहा है। इसे देखते हुए हमें किसी भी कीमत पर इसे सिर नहीं उठाने देना है। हमारे दुश्मन आतंकवाद को जिंदा रखना चाहते हैं।