Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Aug, 2017 03:46 PM
भारत की NSG में सदस्यता को लेकर अड़गे लगा रहे चीन को फिर मुंह की खानी पड़ेगी ...
वाशिंगटनः भारत की NSG में सदस्यता को लेकर अड़गे लगा रहे चीन को फिर मुंह की खानी पड़ेगी । व्हाइट हाऊस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि अमरीका परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (NSG) में भारत की सदस्यता को बेहद अहम मानता है। ट्रंप प्रशासन भारत के इस प्रयास का अधिक सक्रियता के साथ समर्थन देने के तरीकों पर विचार कर रहा है।
परमाणु आपूर्तिकर्ता देशों के प्रतिष्ठित समूह NSG की इस साल जून में हुई बैठक में भारत के आवेदन पर कोई फैसला नहीं हो सका था। हालांकि इस बात पर सहमति बनी कि परमाणु अप्रसार संधि (NPT) पर हस्ताक्षर नहीं करने वाले देशों को समूह में जगह देने के मसले पर नवंबर में होने वाली बैठक में चर्चा की जाएगी। चीन NSG का अहम सदस्य है।
वह इस आधार पर भारत की सदस्यता के रास्ते में अड़ंगा डाल रहा है कि नई दिल्ली ने एनपीटी पर हस्ताक्षर नहीं किया है। चीन के विरोध के चलते 48 सदस्यों वाले समूह में भारत के प्रवेश की राह कठिन हो गई है। NSG सदस्यों की आम सहमति से ही किसी देश को इसमें शामिल करने का प्रावधान है। ह्वाइट हाउस के अधिकारी ने कहा, 'इस मसले पर जल्द ही बैठक होने वाली है। अमरीका उन तरीकों पर विचार कर रहा है जिससे NSG में भारत की सदस्यता का ज्यादा सक्रियता से समर्थन किया जा सके।
यह मामला अमरीका के लिए काफी अहम है।' उनका यह जवाब यह पूछे जाने पर आया कि ट्रंप प्रशासन ने भारत की NSG सदस्यता के लिए अब तक क्या कदम उठाए? नाम गोपनीय रखने की शर्त पर उन्होंने कहा, 'NSG में भारत की सदस्यता का अमरीका समर्थन करता है। यह काफी महत्वपूर्ण मामला है। यह मुद्दा 26 जून को ह्वाइट हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच हुई बैठक के दौरान भी उठा था।'