Edited By ,Updated: 08 Oct, 2015 05:30 PM
इस मॉडर्न जमाने में लैपटॉप, स्मार्ट फोन और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के साथ बच्चों का सारा दिन व्यस्त रहना तो आप सी बात है। यहां तक की रातभर भी इन सब में व्यस्त रहते हैं। इन सबका उनके स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है।
इस मॉडर्न जमाने में लैपटॉप, स्मार्ट फोन और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के साथ बच्चों का सारा दिन व्यस्त रहना तो आप सी बात है। यहां तक की रातभर भी इन सब में व्यस्त रहते हैं। इन सबका उनके स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है।
हाल ही में एक शोध में यह बात सामने आई है कि जो बच्चे देर रात तक जागते हैं, वह मोटापे का शिकार हो जाते हैं। उनका वजन s में ही बढ़ना शुरू हो जाता है। यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया-बर्कले में काम करने वाले बाल-विशेषज्ञ लॉरेन असरनाउ की अध्यक्षता में यह शोध किया गया। इसके लिए 3,300 से भी अधिक किशोरों एवं वयस्कों पर शोध किया गया।
शोध के दौरान किशोर अवस्था से लेकर उनके व्यस्क होने तक उनमें होने वाले शारीरिक बदलाव का बड़़ी बारीकी से अध्य्यन किया गया। ये सारे आकंडे भी जुटाए गए कि इस अवधि के दौरान उन्होंने कितने घंटे की नींद ली है।
उन्होंने पाया कि रात्रि के दौरान जब उन्होंने नींद नहीं ली तो उनकी बॉडी मास इन्डेक्स 2.1 प्वॉइंट बढ़ गया। इसी तरह उनका मोटापा 5 साल में बढ़ता ही गया। अधिकांश किशोर रात में 9 घंटे की सामान्य नींद भी नहीं लेते हैं। इस कारण स्कूल में उन्हें जगे रहने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। दूसरी तरफ जो किशोर समय के अनुसार सोते रहे उनका शरीर सुडौल बना रहा है।