Edited By ,Updated: 27 Feb, 2015 05:12 PM
अमृतसर हवाई अड्डे पर काबू की गई अमरीका की महिला मंजीत कौर ढिल्लों से 25 कारतूस बरामद होने के मामले ने उस समय नया मोड़ ले लिया, जब ...
अमृतसर (इन्द्रजीत): अमृतसर हवाई अड्डे पर काबू की गई अमरीका की महिला मंजीत कौर ढिल्लों से 25 कारतूस बरामद होने के मामले ने उस समय नया मोड़ ले लिया, जब जांच में पुलिस को मालूम हुआ कि यह 25 कारतूस व खोल अमरीका से भारत आए थे और अमरीका से कई हवाई अड्डों से गुजरने के उपरांत यह भारतीय हवाई अड्डे पर आने के बावजूद भारतीय क्षेत्र में कैसे पहुंच गए, यह अभी गहरा रहस्य बन कर पुलिस के सामने आने वाला है, जबकि महिला इन कारतूसों को वापस अमरीका ले जाने वाली थी।
महिला से पकड़े जाने के उपरांत कई और रहस्यपूर्ण तथ्य हैं जिनमें कई ऐसी कडिय़ां जुडऩे लगीं जिसका उत्तर शायद संभवइसनहीं होगा। महिला ने पुलिस को दिए बयानों में कहा है कि वह इन 25 कारतूसों व एक खोल के बारे में कुछ नहीं जानती और न ही उसके पास कोई गन अथवा पिस्टल का लाइसैंस है, किंतु पुलिस जांच में पता चला कि
महिला मंजीत कौर ढिल्लों जो कि मूलत: भारतीय व वर्तमान समय में अमरीका की नागरिक है, अमरीका में गन शूटर है और वहां गोलियां चलाकर निशानेबाजी का अभ्यास कर स्पर्धा में भाग लेती है। ये कारतूस गलती से उसके पास आ गए हैं, जबकि यदि पहले बयान का आकलन किया जाए तो गोलियों से अनभिज्ञता जताना व लाइसैंसी हथियार से इंकार करना दोनों विरोधाभासी हैं।
यदि यह महिला शूटर है तो उसके पास लाइसैंस होना अनिवार्य है। यदि लाइसैंस व हथियार नहीं हैं तो गोलियां कैसे मिलीं, जबकि इसका एक अन्य पक्ष यह भी है कि अमरीका से भारत के कई हवाई अड्डों से यह महिला घूमती-घुमाती भारत आई तो हवाई अड्डों पर इमीग्रेशन, कस्टम, सुरक्षा विभाग, खुफिया एजैंसियां, स्क्रीङ्क्षनग मशीनें इन कारतूसों के सामने कैसे झूठी पड़ गईं।
सूत्रों से पता चला है कि यह महिला 7 फरवरी को भारत में प्रविष्ट हुई थी और 18 दिन भारत में अपने 14-15 साथियों सहित भ्रमण करती रही तो क्या इन 18 दिनों में उसने एक बार भी अपना बैग नहीं खोला और हैंड बैग में उसे वजन का अहसास क्यों नहीं हुआ? फिलहाल पुलिस ने उक्त महिला को अदालत में पेश किया जहां उसे 14 दिन के लिए ज्यूडीशियल हिरासत में भेज दिया गया।