Edited By ,Updated: 07 Oct, 2015 01:31 PM
जहां एक तरफ हमारे समाज में बेटियों को बोझ समझ उस पैदा होने से पहले ही गर्भ में मार देते है, तो वहीं राजस्थान की बेटी और फ्लाइट लेफ्टिनेंट स्नेहा शेखावत ने सबसे ताकतवार प्लेन उड़ा इतिहास रच दिया
जयपुर: जहां एक तरफ हमारे समाज में बेटियों को बोझ समझ उस पैदा होने से पहले ही गर्भ में मार देते है, तो वहीं राजस्थान की बेटी और फ्लाइट लेफ्टिनेंट स्नेहा शेखावत ने सबसे ताकतवार प्लेन उड़ा इतिहास रच दिया।
रिपब्लिक-डे परेड के दौरान दिल्ली के राजपथ पर सीना चौड़ा किए एयरफोर्स की टुकड़ी संभालते स्नेहा ने 144 वायुसेना कर्मियों के दल का नेतृत्व करते हुए 'एयर बैटल' धुन पर मार्च पास्ट किया था।
स्नेहा फिलहाल गाजियाबाद के हिंडन वायुसेना अड्डे पर तैनात हैं। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा था कि एयरफोर्स की टुकड़ी का नेतृत्व करना गौरव और सम्मान की बात है।
कारगिल युद्ध के दौरान ही स्नेहा ने तय कर लिया था कि उन्हें एयरफोर्स ज्वॉइन करना है। फ्लाइंग लेफ्टिनेंट बनने पर स्नेहा का कहना है कि जोधपुर से ग्रेजुएशन की पढ़ाई करने के दौरान मैंने एयरफोर्स एग्जाम के लिए एप्लाई किया था। मैंने डरना नहीं सीखा। मुझे हमेशा लगता है कि मैं बादलों पर सवारी करूं, लेकिन इस बात से बेखबर थी कि मेरे करिअर की उड़ान इतनी ऊंची होगी कि बादलों का कद छोटा पड़ जाएगा। एयरफोर्स ज्वॉइन करने के बाद सब मुझसे एक ही बात कहते कि शादी के बाद तुम ये जॉब नहीं कर पाओगी। मैंने इस चुनौती को भी स्वीकार किया और सौभाग्य से मेरी शादी फ्लाइंग लेफ्टिनेंट से हुई।
स्नेहा के नाम दर्ज हैं ये रिकॉर्ड
- हैदराबाद ट्रेनिंग सेंटर में बेस्ट लेडी पायलट का अवॉर्ड मिला।
-2011 की रिपब्लिक डे परेड में भी स्नेहा सैकंड कमांडर रह चुकी हैं।
-2012 की रिपब्लिक डे परेड में एयरफोर्स का नेतृत्व करने वाली स्नेहा पहली महिला अफसर बनीं।