Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 18 Apr, 2025 08:46 AM
धरती पर जीवन हमेशा नहीं रहेगा! यह कोई अफवाह नहीं बल्कि वैज्ञानिकों की गंभीर चेतावनी है। नासा और जापान की यूनिवर्सिटी ऑफ टोहो के वैज्ञानिकों ने मिलकर एक ऐसी रिसर्च की है जिसने दुनिया को चौंका दिया है।
इंटरनेशनल डेस्क: धरती पर जीवन हमेशा नहीं रहेगा! यह कोई अफवाह नहीं बल्कि वैज्ञानिकों की गंभीर चेतावनी है। नासा और जापान की यूनिवर्सिटी ऑफ टोहो के वैज्ञानिकों ने मिलकर एक ऐसी रिसर्च की है जिसने दुनिया को चौंका दिया है। इस रिसर्च में यह पता चला है कि धरती पर जीवन के अंत की तारीख तय हो चुकी है।
वैज्ञानिकों ने बताया कब खत्म होगा जीवन
रिपोर्ट के अनुसार, वैज्ञानिकों ने सुपरकंप्यूटर और मैथमैटिकल मॉडल की मदद से यह पता लगाया कि धरती पर जीवन कब तक संभव रहेगा। रिसर्च में कहा गया है कि धरती पर अगले एक अरब साल तक जीवन बचा रह सकता है, लेकिन साल 1,000,002,021 तक सबकुछ खत्म हो जाएगा। यानी एक दिन ऐसा आएगा जब पृथ्वी से हर तरह का जीवन समाप्त हो जाएगा।
सूर्य बन सकता है विनाश का कारण
वैज्ञानिकों का कहना है कि धरती के अंत के पीछे सूर्य जिम्मेदार होगा। जैसे-जैसे सूर्य का आकार बढ़ेगा, उसकी थर्मल एनर्जी भी बढ़ेगी। इसका असर पृथ्वी समेत बाकी ग्रहों पर पड़ेगा। धरती पर तापमान इतना बढ़ जाएगा कि ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाएगी और इंसानों समेत किसी भी जीव का जीवित रहना मुश्किल हो जाएगा।
जलवायु परिवर्तन भी बड़ा खतरा
रिसर्च में यह भी बताया गया कि इंसानों की गतिविधियों की वजह से जलवायु परिवर्तन बेहद खतरनाक दिशा में जा रहा है। ग्लोबल वॉर्मिंग, प्रदूषण और जंगलों की कटाई जैसे कारणों से धरती पहले से ही कमजोर हो रही है। यह सभी बदलाव धरती को धीरे-धीरे विनाश की ओर ले जा रहे हैं।
वैज्ञानिकों ने दी उम्मीद की किरण
हालांकि वैज्ञानिकों ने यह भी कहा है कि तकनीक में विकास होने की वजह से इन बदलावों पर काबू पाया जा सकता है। इंसानों को आर्टिफिशियल वातावरण में जीवित रखा जा सकता है और मंगल जैसे ग्रहों पर जीवन की संभावना तलाशने की कोशिशें तेज की जा रही हैं।
अब भी बचाई जा सकती है धरती
इस रिसर्च के बाद एक बात तो साफ है कि अगर अभी से ही इंसान अपनी आदतें नहीं बदलेगा, तो आने वाली पीढ़ियों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। लेकिन अगर हम आज से ही पर्यावरण की रक्षा करना शुरू कर दें, तो इस तबाही को टाला जा सकता है।