Edited By ,Updated: 20 Mar, 2017 07:26 PM
सरकार ने महिलाओं तक बेहतर बैंकिंग सेवाएं पहुंचाने के लिए भारतीय महिला बैंक (बी.एम.बी.) का भारतीय स्टेट बैंक (एस.बी.आई.) में विलय को मंजूरी दे दी।
नई दिल्लीः सरकार ने महिलाओं तक बेहतर बैंकिंग सेवाएं पहुंचाने के लिए भारतीय महिला बैंक (बी.एम.बी.) का भारतीय स्टेट बैंक (एस.बी.आई.) में विलय को मंजूरी दे दी। यह फैसला लेते समय सरकार ने कहा कि महिलाओं तक बैंकिंग सेवाओं की व्यापक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए यह फैसला लिया गया है।
3 साल में महिला बैंक ने बांटा
महिला बैंक 3 साल पहले स्थापित किया गया था। इस दौरान महिला बैंक ने मात्र 192 करोड़ रुपए का लोन महिलाओं को बांटा, जबकि स्टेट बैंक ने इसी दौरान 46 हजार करोड़ रुपए का कर्ज महिलाओं को दिया।
महिलाओं को मिल सकेगा उचित दर पर कर्ज
सरकार ने अपने फैसले के बारे में कहा है कि इससे सरकारी योजनाएं महिलाओं तक आसानी से पहुंचाई जा सकेंगी। स्टेट बैंक की व्यापक पहुंच और लो कास्ट ऑफ फंड का फायदा महिलाओं को मिलेगा।
एसोसिएट बैंकों के मर्जर को मिल चुकी है मंजूरी
कैबिनेट ने एक महीना पहले ही स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और उसके 5 एसोसिएट्स बैंकों के मर्जर को मंजूरी दी थी। इसके तहत स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर (एसबीबीजे), स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला और स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद का एसबीआई में मर्जर किया जाना है। हालांकि तब तक भारतीय महिला बैंक पर कोई फैसला नहीं हुआ था।