Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Mar, 2018 10:02 AM
अब ज्वैलर्स ई.एम.आई. स्कीम के जरिए सोना नहीं बेच पाएंगे। कैबिनेट ने अनरैगुलेटेड डिपॉजिट स्कीम बिल 2018 पर बैन लगाने को मंजूरी दे दी है। हालांकि ज्वैलर्स एसोसिएशन का कहना है कि ज्यादातर सभी ज्वैलर्स ने 11+1 स्कीम के तहत सोना बेचना बंद कर दिया है। जो...
नई दिल्लीः अब ज्वैलर्स ई.एम.आई. स्कीम के जरिए सोना नहीं बेच पाएंगे। कैबिनेट ने अनरैगुलेटेड डिपॉजिट स्कीम बिल 2018 पर बैन लगाने को मंजूरी दे दी है। हालांकि ज्वैलर्स एसोसिएशन का कहना है कि ज्यादातर सभी ज्वैलर्स ने 11+1 स्कीम के तहत सोना बेचना बंद कर दिया है। जो ज्वैलर्स दूसरी तरह की ई.एम.आई. स्कीम के तहत ज्वैलरी बेच रहे हैं, वे अब इसके तहत नए कस्टमर्स का रजिस्ट्रेशन नहीं कर रहे हैं।
जेम्स एंड ज्वैलरी ट्रेड फैडरेशन के चेयरमैन नितिन खंडेलवाल ने कहा कि गोल्ड सेविंग स्कीम नए बिल के तहत आएगी या नहीं इसके लिए कानूनी सलाह ली जा रही है। उन्होंने कहा कि फैडरेशन इस हफ्ते तक अपना रिप्रैजैंटेशन फाइनांस मिनिस्ट्री को देगी।
आ रही थीं शिकायतें
लोगों की तरफ से इस स्कीम में फंसने की शिकायतें आ रही थीं जिसके बाद सरकार यह बिल लेकर आई है। बिल के तहत अनरैगुलेटेड स्कीम का प्रमोशन, ऑपरेट करना व विज्ञापन जारी करना बैन है। बिल में इसे 3 तरह से अपराध बताया है। हालांकि अभी यह साफ नहीं है कि गोल्ड सेविंग स्कीम पॉन्जी स्कीम के तहत आएगी या नहीं।