Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Feb, 2018 02:18 PM
अब तक की सबसे बड़ी बैंक धोखाधड़ी से जूझ रहे पंजाब नैशनल बैंक (पीएनबी) ने आज कहा है कि उसके पास इतनी परिसंपत्ति और पूंजी है कि वह इस मामले में सभी देनदारियां पूरी कर सकता है। बैंक ने कहा घोटाले के पैसे की रिकवरी के लिए कानूनी रास्ता अपनाया गया है।
नई दिल्लीः अब तक की सबसे बड़ी बैंक धोखाधड़ी से जूझ रहे पंजाब नैशनल बैंक (पीएनबी) ने आज कहा है कि उसके पास इतनी परिसंपत्ति और पूंजी है कि वह इस मामले में सभी देनदारियां पूरी कर सकता है। बैंक ने कहा घोटाले के पैसे की रिकवरी के लिए कानूनी रास्ता अपनाया गया है।
BSE ने मांगा स्पष्टीकरण
पीएनबी ने बी.एस.ई. द्वारा 11,400 करोड़ रुपए की फर्जी लेनदेन का बैंक की वित्तीय और संचालन स्थिति पर पड़ने वाले असर के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में यह बयान दिया। बी.एस.ई. ने इस मामले में पीएनबी ने स्पष्टीकरण मांगा था। बी.एस.ई. ने यह भी पूछा था कि मामले के मुख्य आरोपी नीरव का कहना है कि पीएनबी ने इसे सार्वजनिक करके ऋण वसूली के सभी विकल्प खत्म कर दिए हैं। इस पर बैंक ने कहा कि नीरव मोदी का यह तर्क गलत है क्योंकि बैंक ने अपनी ऋण वसूली के लिए सिर्फ कानूनी रास्ता ही अपनाया है।
शेयर बाजार को दी गई जानकारी
बी.एस.ई. ने कहा कि शुरुआत में बैंक ने 280 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी रिपोर्ट की लेकिन इसके बाद उसने बी.एस.ई. को 11,000 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की जानकारी दी। इस पर पीएनबी ने कहा कि प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के आधार पर उन्होंने अपने निदेशक मंडल और बी.एस.ई. तथा एनएसई को पांच फरवरी को 280.70 करोड़ रुपए की धोखधड़ी की जानकारी दी। लेकिन, आगे की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद यह राशि बढ़ाकर 11,400 करोड रुपए की गई । इसी के बाद 13 फरवरी की शाम को सीबीआई में एफआईआर दर्ज कराया गया और अगले दिन 14 फरवरी की सुबह दोनों शेयर बाजारों को इस बाबत जानकारी दी गई।
ED ने जब्त की मोदी की कारें
उधर बैंक में घोटाला करने वाले मुख्य आरोपी नीरव मोदी और मेहुल चौकसी पर सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) शिकंजा कसती जा रही है। आज ईडी ने नीरव मोदी और उनकी कंपनियों से संबंधित 9 कारें जब्त की हैं। इन कारों में एक रॉल्स रॉयस घोस्ट, दो मर्सिडीज बेंज जीएल 350 सीडीआई, एक पॉर्श पनामेरा, 3 होंडा कारें, एक टोयोटा और एक टोयोटा इनोवा शामिल है। ईडी ने कारों के साथ ही कंपनी से 7.80 करोड़ रुपए के म्यूचुअल फंड और शेयर भी बरामद कर लिए हैं। साथ ही मेहुल चौकसी के गीतांजलि ग्रुप के 86.72 करोड़ के कई म्युचुअल फंड और शेयर भी जांच एजेंसी ने अपने कब्जे में लिए।