Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Jan, 2018 10:19 AM
सरकार अगले महीने पेश होने जा रहे केन्द्रीय बजट में यात्रा व पर्यटन क्षेत्र के करों में कटौती करने की योजना बना रही है। सरकारी सूत्रों ने कहा कि इसके अलावा देश के 210 अरब डॉलर के पर्यटन क्षेत्र को अन्य कई प्रोत्साहन दिए जा सकते हैं,
नई दिल्ली : सरकार अगले महीने पेश होने जा रहे केन्द्रीय बजट में यात्रा व पर्यटन क्षेत्र के करों में कटौती करने की योजना बना रही है। सरकारी सूत्रों ने कहा कि इसके अलावा देश के 210 अरब डॉलर के पर्यटन क्षेत्र को अन्य कई प्रोत्साहन दिए जा सकते हैं, जिससे आर्थिक विकास को बढ़ावा मिले और ज्यादा नौकरियों का सृजन हो सके। सरकार अगर इस तरह के कदम उठाती है तो आबादी के हिसाब से विश्व के दूसरे सबसे बड़े देश में घरेलू पर्यटन में तेजी आने की संभावना है।
भारत के 25 करोड़ मध्यम वर्ग के लोगों की आमदनी बढऩे व महंगाई दर कम होने से जीवनशैली और पैसे खर्च करने के तरीके में बदलाव आ रहा है। पिछले साल हवाई यातायात सेवाएं कई नई जगहों के लिए शुरू की गईं और हवाई यात्रा करने वालों की संख्या में भी तेजी से बढ़ौतरी हो रही है। चालू वित्त वर्ष में सितम्बर के आखिर तक पर्यटन क्षेत्र पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 10 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ा है। पिछले साल इस अवधि में पर्यटन क्षेत्र मेंं 8 प्रतिशत बढ़ौतरी हुई थी। वित्त मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पर्यटन क्षेत्र में निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए हम बजट में अहम कदम की घोषणा करेंगे।
उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री अरुण जेतली होटल के किराए पर लगने वाले 28 प्रतिशत जी.एस.टी. को कम करने के अलावा निजी क्षेत्र से निवेश आकॢषत करने के लिए प्रोत्साहन की पेशकश करना चाहते हैं। अगर इस तरह के कदम उठाए जाते हैं तो इससे एयरलाइंस जैसे इंडिगो और जैट एयरवेज और ताजमहल होटल की शृंखला चलाने वाले इंडियन होटल, ओबेरॉय होटल चलाने वाले ई.आई.एच. लिमिटेड जैसे होटल ऑप्रेटरों को फायदा मिलने की उम्मीद की जा रही है। इससे टूर ऑप्रेटर जैसे कॉक्स एंड किंग और थॉमस कुक को भी लाभ मिलने की संभावना है।