Edited By ,Updated: 25 Aug, 2016 07:53 PM
शहर के अनेक सनातन धर्म तथा इस्कॉन मंदिर और श्री चैतन्य गौडिय मठ मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। श्रद्धालुओं ने तड़के 5 बजे से ही मंदिरों में आना शुरू कर दिया था।
चंडीगढ., (मीनाक्षी): शहर के अनेक सनातन धर्म तथा इस्कॉन मंदिर और श्री चैतन्य गौडिय मठ मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। श्रद्धालुओं ने तड़के 5 बजे से ही मंदिरों में आना शुरू कर दिया था। इस्कॉन मंदिर हरे कृष्णा धाम सैक्टर-36 में तथा श्री चैतन्य गौडीय मठ सैक्टर-20 में तड़के 4:30 बजे मंगल आरती में हुई। मंदिरों में प्रभात फेरियां भी निकाली गईं। मंदिरों में महाभिषेक के लिए भी लोग दूरदराज से पहुंचे थे। महाभिषेक रात्रि 8: 30 बजे से शुरू होकर रात्रि 12 बजे तक हुआ।
भगवान को पहनाई सवा लाख की ड्रैस
इस्कॉन के भक्तों ने भगवान श्री राधा माधव को सवा लाख की ड्रैस पहनाई जा विशेष रूप से वृंदावन से मंगवाई गई थी। यहां 108 कलशों से महाभिषेक हुआ और दीप आरती हुई।
झांकियों से सजा मंदिर परिसर:
श्री चैतन्य गौडिय मठ मंदिर, सैक्टर-20 में इलैक्ट्रॉनिक झांकियों के दर्शन लोगों को करवाए गए। भक्त हरिवल्लभ ने बताया कि यहां जो लक्ष्मण मूर्छा की झांकी में हनुमान जी संजीवनी बूटी लाते दिखाया गया व सबसे बड़ी झांकी थी। इसकी ऊंचाई जमीन से मंच तक 10 फु ट ऊंची थी। सुुदामा झांकी, कृष्ण की गोचारण लीला तथा चैतन्या महाप्रभु और अहिल्या उद्धार की झांकियों को भी भक्तों ने पंसद किया। श्री गुग्गामाडी मंदिर सैक्टर-20 में भी इलैक्ट्रॉनिक्स झांकियां सजी हुई थी। इस्कॉन मंदिर सैक्टर-36 में बच्चों ने श्री कृष्ण व राधा बनकर पौधारोपण किया।