Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Jun, 2017 09:30 AM
वेटिंग वाले लम्बी दूरी के यात्रियों को अब सफर के दौरान टी.टी.ई. के आगे-पीछे घूमने की जरूरत नहीं होगी।
चंडीगढ़ (लल्लन): वेटिंग वाले लम्बी दूरी के यात्रियों को अब सफर के दौरान टी.टी.ई. के आगे-पीछे घूमने की जरूरत नहीं होगी। वेटिंग पर यात्रा करने वालों को अपने आप ही बर्थ अलॉट हो जाएगा। जहां एक तरफ यात्रियों द्वारा टिकट लेते समय फार्म पर दिए गए नंबर पर मोबाइल नंबर पर संदेश आएगा वहीं यात्रा के दौरान ट्रेन में मौजूद टी.टी.ई. को भी खाली बर्थ का पता चल जाएगा। रेलवे द्वारा चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन से चलने वाली लंबे रूट की 3 ट्रेनों ऊचाहार एक्सप्रैस, लखनऊ सुपरफास्ट व डिब्रूगढ़ को इसमें शामिल किया गया है।
यह प्रक्रिया अक्तूबर के पहले सप्ताह से लागू होगी। इससे टी.टी.ई की काली कमाई पर भी अंकुश लगेगा। वहीं रिजर्वेशन कराने वाले यात्रियों को जब वेटिंग टिकट मिलती है तो सफर में टी.टी.ई. सीधे बर्थ अलॉट नहीं कर सकेंगे। इसके बजाए खाली बर्थ से मौजूदा स्टेशन की वेटिंग क्लीयर करने के बाद अगले स्टेशन पर खुद ही वहां से वेटिंग वालों को बर्थ अलॉट होती चली जाएगी। अधिकारियों की मानें तो ट्रेन में टी.टी.ई. के साथ अक्सर पैसे के लेन-देन को लेकर शिकायतें भी होती थीं। बर्थ अपने आप कैरी फॉरवर्ड हो जाएगी।
जनरल बर्थ पर सफर करने वालों को भी होगा फायदा
इस प्रक्रिया से जहां बुकिंग टिकट वाले यात्रियों को लाभ होगा, वहीं अनारिक्षत कोच में सफर करने वाले यात्रियों को भी लाभ होगा। जानकारी के अनुसार यदि यात्रियों के रेलवे स्टेशन पंहुचने के समय ट्रेन चल देती हैं तो वह बिना टिकट भी यात्रा शुरू कर सकता है लेकिन जब टी.टी.ई.उसके पास पंहुचेगा तो उससे निधाॢरत मूल्य से सिर्फ 10 रुपए अतिरिक्त शुल्क देना होगा।
सौंपी गई 10 हैंडहैल्ड मशीन
जानकारी के अनुसार ट्रायल बेस पर चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन से चलने वाली ऊचांहार एक्सप्रैस,लखनऊ सुपरफास्ट व डिब्रूगढ़ को शामिल किया गया। इस कार्य को शुरू करने के लिए रेलवे की ओर से चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन को 10 हैंडहेल्ड दे दी गई हैं। अब रेलवे की ओर से इस मशीन को रिजर्वेशन सिस्टम सर्वर से जोडऩे कार्य भी जल्द शुरू किया जाएगा।