ज्योतिष की भविष्यवाणी: ग्रहों की चाल से जानें कैसा रहेगा आपके लिए वर्ष 2017

Edited By ,Updated: 28 Dec, 2016 01:19 PM

2017 yearly horoscope

आपके नाम का पहला अक्षर (नीचे ब्रैकट में) जिस राशि के समक्ष दर्ज है, वह आपकी नाम राशि है। फिर उसी के अनुसार

आपके नाम का पहला अक्षर (नीचे ब्रैकट में) जिस राशि के समक्ष दर्ज है, वह आपकी नाम राशि है। फिर उसी के अनुसार नीचे वर्ष 2017 का अपना वार्षिक भविष्य फल पढ़ें।

मेष (चु, चे, चो, ल, ली, लू, ले, लो, अ) : किसी प्रबल शत्रु से टकराव का खतरा बना रहेगा इसलिए यदि कोई समस्या हो तो सुलह-सफाई से सुलझाने का यत्न करें, कारोबारी मोर्चे पर स्थिति बेहतर, जो लोग कारोबारी टूरिंग, सप्लाई या ट्रेडिंग का काम करते हैं, उन्हें अपने कामों में अच्छा लाभ मिलेगा। चूंकि जनवरी के आखिरी हिस्से में पिछले कुछ समय से चला आ रहा शनि का ढैया हट जाएगा, इसलिए आम हालात में सुधार होगा, किंतु 21 जून से 26 अक्तूबर तक की समयावधि में पुन: ढैया रहेगा, इसलिए उस अवधि में आपको बहुत सावधानी से हर कदम उठाना चाहिए। 26 जनवरी से ढैया के हटने पर जहां स्वास्थ्य में सुधार होगा वहां आपका हर कदम मोटे तौर पर बढ़त की तरफ रहेगा। 


बीच में 28 जनवरी से खर्चों का जोर बढ़ेगा, घूमने-फिरने के मौके मिलेंगे, व्हीकल की खरीद व परिवार में सुख-सुविधाओं पर खर्च हो सकता है। 3 मार्च से 14 मई तक के समय में हर मोर्चे पर बोलबाला, पैठ, छाप बढ़ेगी। शत्रु समक्ष ठहरने में घबराहट महसूस करेगा, आप अपने कामों को बेहतर ढंग से निपटा सकेंगे। खर्चों को बढ़ाने वाला सितारा 31 मई से हट जाएगा। फिर 15 जून से आप में भाग-दौड़ करने की क्षमता बढ़ेगी। 19 जून से 21 जुलाई तक की अवधि में मित्रों, सज्जन साथियों से मेल-जोल बढ़ेगा, बड़े लोगों की मदद से आपका कोई उलझा-रुका काम मेच्योर होगा, कामकाजी साथी, कारोबारी पार्टनर साथ देंगे, किंतु 21 जून से पुन: सवा चार महीने के लिए ढैया आ जाएगा, इसलिए आपको कोई भी काम जल्दबाजी में तैयारी के बगैर शुरू नहीं करना चाहिए। 


बीच में 17 अगस्त से 16 सितंबर तक यत्न करने पर योजनाबंदी कुछ आगे जरूर बढ़ेगी, संतान के सहयोग से कोई समस्या सुलझने के करीब पहुंचेगी। फिर 18 अगस्त से राहू-केतु के राशि बदलने के कारण आपको किसी न किसी सरकारी समस्या-पेचीदगी से जूझना पड़ सकता है इसलिए कोई भी राजकीय काम पूरा होमवर्क करके ही हाथ में लें, वर्ना मनचाही सफलता न मिलेगी। फिर 12 सितंबर से दुश्मनों पर आपकी पकड़ बढ़ेगी, यत्न करने पर स्कीमें आगे बढ़ेंगी, घरेलू-मोर्चे पर मधुरता-सद्भाव बढ़ेगा, हर मामले पर दोनों पति-पत्नी की एक जैसी सोच-अपरोच रहेगी। 27 सितंबर से 13 अक्तूबर के बीच किसी प्रबल शत्रु के साथ टकराव का खतरा बढ़ेगा। फिर 17 अक्तूबर से दोनों पति-पत्नी एक-दूसरे के स्वास्थ्य के बारे में अटैंटिव रहें। 26 अक्तूबर से दोबारा चला ढैया हट जाएगा। फिर 16 नवंबर से 14 दिसंबर तक सेहत का ध्यान रखें, पांव फिसलने का खतरा रहेगा। 

 

वृष  (इ, उ, ए, ओ, व/ब, वी/बी, वू/बू, वे/बे, बो/वो) : नया वर्ष सेहत के लिए कुछ ढीला होगा इसलिए सेहत के साथ-साथ खान-पान का भी ध्यान रखें, पांव फिसलने के कारण कहीं चोट लगने का डर रहेगा, सरकारी कामों में सफलता तो मिलेगी, मगर भरपूर जोर लगाना होगा। संतान के सहयोगी रुख के कारण कोई समस्या हल होगी व आपकी योजनाबंदी में कोई पेचीदगी भी हटेगी। जनवरी के आखिरी हिस्से से शनि का ढैया चलने लगेगा। इसी तरह अगस्त के बाद विरोधियों के साथ टकराव-नाराजगी का खतरा बढ़ जाएगा। 


13 जनवरी तक समय सेहत के लिए ढीला, फिसलने के कारण कहीं चोट लग जाने का खतरा रहेगा। 14 जनवरी से सेहत को बिगाडऩे, पांव को फिसलाने तथा मानसिक तौर पर अपसैट रखने वाला ग्रह हट जाएगा। फिर 26 जनवरी से ढैया के शुरू हो जाने पर हर मोर्चे पर सावधानी रखें, बने-बनाए काम या वे काम जिनके सिरे चढ़ जाने की आशा दिखती हो, लटक सकते हैं या उनमें कोई पेचीदगी पैदा हो सकती है, इसलिए ढैया के दुष्प्रभाव को कम करने के तौर-तरीकों पर विचार किया जा सकता है, किंतु 28 जनवरी से 31 मई तक का समय कारोबारी कामों, कारोबारी टूरिंग के लिए लाभप्रद, यदि कोई कारोबारी काम उलझा, रुका, अटका पड़ा हो तो यत्न कर लें, कुछ न कुछ कामयाबी मिल जाएगी। फिर 3 मार्च से 14 मई तक की अवधि में खर्चों, उलझनों, झमेलों का दबाव बढ़ सकता है। 14 मई से स्वभाव में क्रोध बढ़ सकता है, किसी समय अकारण ही तबीयत में तेजी आ जाया करेगी। फिर 31 मई से समय पुन: खर्चों-झमेलों वाला बन जाएगा, लिखत-पढ़त के काम भी सचेत रह कर निपटाने ठीक रहेंगे।


19 जून से 2 जुलाई तक का समय पुन: आमदन तथा अर्थदशा के लिए बेहतर बनेगा, मनीफलों की स्थिति सुधरी रहेगी। बीच में 21 जून से 26 अक्तूबर तक के समय में शनि का ढैया तो अस्थायी तौर पर हट जाएगा, किंतु सितारा पति/पत्नी के लिए ढीला जरूर बन जाएगा, किसी न किसी कारण उनमें नाराजगी पैदा हो जाने का डर बढ़ेगा।
फिर 30 जून से 24 जुलाई तक का समय पुन: कामकाजी कामों के लिए बेहतर।  अलबत्ता 11 जुलाई से घटिया तथा हल्की नेचर वाले साथियों से नुक्सान का खतरा बढ़ेगा, इसलिए उनसे ज्यादा निकटता न रखें। फिर 17 अगस्त से 16 सितंबर तक की अवधि में जमीनी तथा कोर्ट-कचहरी के कामों के लिए आपकी भागदौड़ अच्छा नतीजा देगी। 12 सितंबर से न तो दुश्मनों को कमजोर समझें और न ही उनकी नैगेटिव फोर्स का कम मूल्यांकन करें। फिर 17 सितंबर से 13 अक्तूबर तक की अवधि में किसी योजनाबंदी को आगे बढ़ाने के लिए समय बेहतर। 17 अक्तूबर से 15 नवंबर तक की अवधि में शत्रु पैदा तो होते रहेंगे, तो भी उनके जोर में कमी जरूर हो जाएगी। वैसे वर्षान्त तक आम हालात बेहतर ही रहेंगे।


मिथुन (क, की, कु, घ, छ, के, को, ह) : वर्ष में सितारा कोर्ट-कचहरी के कामों के लिए अच्छा, जमीनी, जायदादी कामों के लिए अच्छा, बड़े लोग-अफसर आपके प्रति नर्म तथा सहानुभूति रुख रखेंगे। कामकाजी कामों में कदम बढ़त की तरफ, इसलिए न सिर्फ अर्थदशा कंफर्टेबल ही रहेगी, बल्कि यत्न करने पर किसी नए कारोबारी प्रोग्राम में भी पेशकदमी होगी। वैसे हल्की नेचर वाले साथियों से फासला रखना जरूर होगा। वर्ष के उत्तराद्र्ध में सेहत में बिगाड़ का डर, इसलिए मर्यादित खान-पान रखें।

शुरू जनवरी से कामकाजी दशा ठीक-ठाक। 14 जनवरी से सेहत के बिगडऩे तथा पांव के फिसलने का डर रहेगा। फिर 26 जनवरी से दुश्मनों को कमजोर रखने वाला ग्रह शायद पहले जैसा बलवान तो नहीं रहेगा, तो भी विरोधी आपको किसी तरह नुक्सान न पहुंचा सकेंगे, मगर पति-पत्नी की सेहत के बिगडऩे का डर रहेगा, वैसे कामकाजी दशा संतोषजनक, तेज प्रभाव बना रहेगा। 28 जनवरी से 31 मई तक का समय राजकीय कामों के लिए बढिय़ा, इसलिए यदि कोई सरकारी काम मंजिल के करीब पहुंचा हुआ हो तो भरपूर जोर लगा दें, अफसरों के रुख में सॉफ्टनैस तथा सहानुभूति बढ़ेगी, दूसरों पर प्रभाव-दबदबा बढ़ेगा।


सेहत में खराबी जगाने तथा पांव फिसलाने वाला ग्रह 12 फरवरी से हट जाएगा। 13 मार्च से 14 मई तक का समय आमदन, कारोबारी कामों में लाभ देने, कारोबारी टूरिंग को बढिय़ा रिटर्न देने तथा कामकाज में किसी मुश्किल को हटाने वाला बन जाएगा। 15 मई से उलझनों-झमेलों का उभरना शुरू हो जाएगा, खर्च भी बढ़ेंगे, फिर 27 मई से समय बेशक कामयाबी देने तथा बेहतरी के हालात बनाए रखने वाला तो होगा, फिर भी अपने क्रोध पर कंट्रोल रखना ठीक रहेगा। 31 मई से समय धन-लाभ के लिए पुन: अच्छा बनेगा। फिर 19 जून से 2 जुलाई तक समय कदम को बढ़त की तरफ रखेगा, पैठ-दबदबा बना रहेगा, पेचीदगी हटेगी। फिर 21 जून से विरोधियों पर आपकी पकड़ बढ़ेगी, वे आपके साथ टकराव से बचना पसंद करेंगे, प्रतिष्ठा बढ़ेगी। इस अच्छे समय के बीच 30 जून से 26 जुलाई तक खर्चों में वृद्धि होगी, जायज कामों पर खर्च होगा, वाहन की खरीद की योजना कुछ आगे बढ़ेगी, किंतु 27 जुलाई से 26 अगस्त तक की अवधि में धनाभाव रहेगा। बीच में 17 अगस्त से बड़े लोगों, मित्रों के साथ मेल-जोल बढ़ेगा, फिर 12 सितंबर से संतान के सहयोग से आपकी कोई समस्या सुलझेगी। 27 सितंबर से 10 अक्तूबर तक का समय जायदादी कामों के लिए बेहतर बनेगा। 3 से 26 नवंबर तक की अवधि में हर मोर्चे पर बेहतर हालात बनेंगे, किंतु 27 नवंबर से 20 दिसंबर तक के पीरियड में शत्रु सिर उठाते रहेंगे, इसलिए उनसे बच कर रहें।


कर्क (हि, हु, हे, हो, ड, डी, डू, डे, डो) : सितारा सेहत के लिए ढीला, खान-पान संभल-संभाल कर करें, गिरने तथा पांव के फिसलने के कारण कहीं चोट लगने का डर रहेगा, मगर बड़े लोगों से मेल-सहयोग तथा उनकी मदद से कामयाबी की राहें खुलेंगी, शत्रु आपके समक्ष ठहरने से घबराएंगे, उत्तराद्र्ध में जायदादी तथा कोर्ट-कचहरी के कामों में आपकी भागदौड़ अच्छा रिजल्ट देगी, स्वभाव में क्रोध बढ़ेगा, दोनों पति-पत्नी की सेहत के लिए ग्रह ढीला बन जाएगा।

जनवरी के प्रारंभ से सितारा दुश्मनों को कमजोर रखने तथा बेहतरी के हालात बनाने वाला है। 26 जनवरी से दुश्मनों में दुर्बलता बढ़ेगी तथा वे हर तरह के टकराव से बचना पसंद करेंगे। 28 जनवरी से 31 मई तक यत्न करने पर कोई पेचीदगी हटेगी। बीच में 12 फरवरी से सेहत तथा खान-पान संभल-संभाल कर करें, पांव के फिसलने का डर, इसलिए सीढिय़ां उतरते-चढ़ते समय पांव जमा कर चलें। फिर 3 मार्च से 14 मई तक सरकारी कामों में कामयाबी  मिलेगी, मान-प्रतिष्ठा बढ़ेगी व अफसरों के रुख में नर्मी बढ़ेगी। यदि कोई सरकारी काम उलझा-रुका हो तो यत्न कर लें, यकीनन कामयाबी मिल जाएगी। 27 मई से उलझनों-मुश्किलों को उभारने, खर्चों को बढ़ाने वाला ग्रह आ जाएगा, इसलिए आपको हर मोर्चे पर संभाल रखने की जरूरत होगी। 21 जून से 26 अक्तूबर तक संतान की तरफ से किसी न किसी कारण कुछ परेशानी रहेगी, किसी समय किसी मामले पर आपका उनके साथ वैचारिक मतभेद भी हो सकता है। बीच में 30 जून से 16 सितंबर तक की अवधि में धन लाभ, कारोबारी लाभ के लिए सितारा श्रेष्ठ बन जाएगा, मगर 18 अगस्त से दो बातों का ध्यान रखना जरूरी होगा। एक तो क्रोध पर कंट्रोल रखना ठीक रहेगा, किसी के साथ झगड़ा हो जाने का डर बना रहेगा, दूसरा दोनों पति-पत्नी को एक-दूसरे के स्वास्थ्य के प्रति अटैंटिव रहना सही रहेगा। फिर 12 सितंबर से जायदादी या कोर्ट-कचहरी के साथ जुड़े कामों के लिए आपके यत्न अच्छा रिटर्न देंगे, अफसर भी साफ्ट तथा कंसिडरेट से रहेंगे। फिर 27 सितंबर से 10 अक्तूबर तक का समय जायदादी कामों को पुन: संवार सकता है किंतु 17 अक्तूबर से 15 नवंबर तक का समय जायदादी तथा कोर्ट-कचहरी के कामों के लिए ढीला बनेगा, बड़े लोगों तथा अफसरों के सख्त रुख के कारण हर काम में किसी पेचीदगी के पैदा हो जाने का डर रहेगा। 26 अक्तूबर से पुन: शत्रु आपके समक्ष घबराहट महसूस करेंगे। 3 से 22 नवंबर तक की समयावधि में सितारा संतान तथा अन्य हालात के लिए अच्छा बनेगा, जो वर्षान्त तक चलेगा।


सिंह (म, मी, मू, मे, मो, ट, टी, टू, टे) : सितारा धन-लाभ के लिए अच्छा न सिर्फ अर्थ दशा ही बढिय़ा रहेगी बल्कि कामकाजी कामों में पैदा होने वाली पेचीदगी हटती रहेगी, कारोबारी टूरिंग लाभप्रद रहेगी मगर घरेलू मोर्चे पर परेशानी, तनातनी, तकरार, टकराव रहेगा। पति-पत्नी दोनों को न सिर्फ एक-दूसरे की सेहत का ही ध्यान रखना चाहिए, बल्कि क्रोध पर भी कंट्रोल रखना चाहिए। वर्ष के उत्तराद्र्ध में लेन-देन के कामों में चौकसी बरतें, लेन-देन निपटाते समय आपकी कोई पेमेंट न कहीं फंस जाए।


जनवरी के शुरू से हालात अच्छे, फिर 14 जनवरी से विरोधियों पर आपकी पकड़ सुदृढ़ बनेगी। 20 जनवरी से स्वास्थ्य का ध्यान रखना जरूरी। बेतुके खान-पान से बचें। 26 जनवरी से पिछले कुछ समय से आप पर चल रहा शनि का ढैया हट जाएगा, इसलिए आपके कामों में पैदा होने वाली कठिनाइयां छंटने लगेंगी व कामयाबी की राहें खुलने लगेंगी, अफसरों, बड़े लोगों में आपकी पैठ बढऩे लगेगी। फिर 28 जनवरी से 13 अप्रैल तक का समय सेहत के लिए ढीला, मौसम के प्रभाव से अपना बचाव रखना चाहिए, लिखत-पढ़त तथा लेन-देन के काम भी सजग रह कर निपटाएं। बीच में 3 मार्च से आपको अपनी योजनाबंदी को आगे बढ़ाने में न सिर्फ कामयाबी ही मिलेगी बल्कि हर मोर्चे पर बेहतरी होगी। फिर 15 मार्च से गिरने, पांव के फिसलने तथा धन हानि का खतरा बढ़ जाएगा। 14 अप्रैल से समय की रफ्तार बदलेगी, सेहत को बिगाडऩे तथा पांव को फिसलाने वाला ग्रह आपकी राशि को छोड़ कर आगे बढ़ जाएगा, उद्देश्य-प्रोग्राम हल होंगे। फिर 27 मई से समय धन-लाभ वाला बनेगा, कारोबारी कामों में मुश्किलें हटेंगी, बेहतरी की राहें खुलेंगी, कारोबारी बेहतरी का सितारा 2 जुलाई तक चलेगा। 


जनवरी के आखिरी हिस्से में जो ढैया आपकी राशि छोड़ गया था, वह 21 जून से 26 अक्तूबर तक पुन: आप पर हावी हो जाएगा, इसलिए आप हर कदम बहुत अलर्ट रह कर उठाएं। बीच में 30 जून से 26 जुलाई तक की अवधि में सरकारी कामों के लिए किया गया हर यत्न आसानी से सिरे चढ़ेगा, अफसरों में भी पैठ बढ़ेगी तथा वे आपके प्रति लचकीला रुख रखेंगे। फिर 11 जुलाई से आपका कदम रुकता-थमता रहेगा, हर मोर्चे पर कोई न कोई बाधा, मुश्किल जागृत रहेगी, इसलिए आपको हर मोर्चे पर सतर्क रहना चाहिए, इस अवधि में सहजता के साथ किया गया कोई भी कदम सिरे न चढ़ेगा। फिर 27 अगस्त से आप में उत्साह, हिम्मत तथा पैठ बढ़ेगी, शत्रु भी निस्तेज, निष्प्रभावी बने रहेंगे। फिर 17 सितंबर से बड़े लोगों में, कामकाजी साथियों में, कामकाजी पार्टनर्ज से आपका मेल सहयोग बढ़ेगा तथा उनकी मदद से कामयाबी की राहें खुलेंगी। 27 से 15 नवंबर तक के समय में घटिया साथियों से परे रहना चाहिए। अलबत्ता 16 नवंबर से आम हालात पुन: सुधरने लगेंगे। 


कन्या (टो, प, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो) : सितारा जोरदार, सोच-विचार में गंभीरता, परिपक्वता बनी रहेगी, आप जिस काम के लिए सोचेंगे या प्रोग्राम बनाएंगे, उसमें कुछ न कुछ पेशकदमी जरूर होगी, शत्रु उभरते-सिमटते रहेंगे, इसलिए उन पर आंखें बंद करके भरोसा नहीं करना चाहिए क्योंकि वे आपको नुक्सान पहुंचाने के लिए जोड़-तोड़ करते रहेंगे। वर्ष के प्रारंभ से आप पर शनि का ढैया शुरू हो जाएगा, इसलिए आपको कोई भी कदम न तो जल्दबाजी में उठाना चाहिए और न ही कोई फैसला लेना चाहिए। अलबत्ता उत्तराद्र्ध में धनलाभ बढ़ेगा, कारोबारी मोर्चे पर कदम बढ़त की तरफ रहेगा, किंतु घटिया साथी पुन: सिर उठाना शुरू कर देंगे।


शुरू वर्ष से चलने वाला समय आम हालात ठीक-ठाक रखेगा, मगर 19 जनवरी के बाद दोनों पति-पत्नी को एक-दूसरे के स्वास्थ्य के प्रति चिंतित तथा सचेत रहना होगा। 26 जनवरी से आप पर शनि का ढैया प्रारंभ हो जाएगा, इसलिए सभी पहलुओं पर विचार किए बगैर न तो किसी काम को हाथ में लेना चाहिए और न ही कोई फैसला लेना चाहिए, वैसे उलझनें-समस्याएं भी जागती रहेंगी, इस वास्ते हर मोर्चे पर सावधान रहें। फिर 28 जनवरी से 31 मई तक की अवधि पारिवारिक संबंधों में मधुरता, सद्भाव बढ़ाने, पति-पत्नी रिश्तों में मधुरता रखने, दोनों को एक-दूसरे के प्रति सुहृदय तथा कंसिडरेट रखने वाली होगी, तबीयत में रंगीनी, स्वच्छंदता, उच्छृंलता बढऩे के कारण विपरीत सैक्स के प्रति आकर्षण में वृद्धि आपको किसी समय प्रतिकूल परिस्थिति में न फंसा दे, इस बात का ध्यान रखना चाहिए। कामकाजी कामों की स्थिति बेहतर रहेगी, अपने कामों को निपटाने के लिए आपकी भागदौड़ अच्छा नतीजा देगी। फिर 12 फरवरी से दुश्मनों पर आपकी पकड़ बढ़ेगी और वे आपसे पीछा छुड़ाने की राहें खोजते फिरेंगे। फिर 3 मार्च से 14 मई तक के समय में सेहत, खासकर पेट की संभाल रखें। किसी की जिम्मेदारी में न फंसें, लेन-देन के काम भी लापरवाही से न निपटाएं। फिर 27 मई से आप में भागदौड़ करने की क्षमता बढ़ेगी। 19 जून से 2 जुलाई तक आपका कोई उलझा, पेचीदा बना सरकारी काम मेच्योर हो सकता है, अफसर भी सपोर्टिव तथा सहानुभूति पूर्ण रुख रखेंगे, मान प्रतिष्ठा, तेज प्रभाव-दबदबा बना रहेगा। 21 जून से 26 अक्तूबर तक आप पर चल रहा शनि का ढैया पुन: अस्थायी तौर पर हट जाएगा तथा थोड़े-बहुत आम हालात पहले से बेहतर बनेंगे। बीच में 30 जून से 26 जुलाई तक की अवधि में आपकी योजनाबंदी सिरे चढ़ेगी। 11 जुलाई से 26 अगस्त तक का समय धन लाभ वाला, कारोबारी टूरिंग लाभप्रद। फिर 17 अगस्त से 16 सितंबर तक खर्चों, उलझनों का जोर बढ़ेगा, लिखत-पढ़त, लेन-देन के काम भी सजग रह कर करने चाहिएं। 12 सितंबर से धन लाभ के लिए ग्रह पुन: बेहतर बनेगा, पर्यटन, अध्यापन, एयर टिकटिंग, कंसल्टैंसी, फोटोग्राफी का काम-धंधा करने वालों के लिए काफी अच्छा होगा। 17 सितंबर से स्वभाव में क्रोध बढ़ आएगा। फिर 27 सितंबर से 13 अक्तूबर तक का समय जोरदार, आपका मुश्किल हालात पर कंट्रोल बढ़ेगा। 17 अक्तूबर से 15 नवंबर तक धनाभाव महसूस होगा, मगर उसके बाद अर्थ दशा सहज। 


तुला (र, री, रू, रे, रो, त, ति, तू, ते) : सितारा धन लाभ, कारोबारी कामों के लिए बढिय़ा होगा, ट्रेडिंग, टूरिंग तथा सप्लाई का काम करने वालों की अर्थदशा उत्तम रहेगी मगर कामकाजी कामों के लिए किए गए यत्न का बेहतर रिजल्ट पाने के लिए आपको हर प्रयास भरपूर जोर लगा कर करना ठीक रहेगा, मित्र, कामकाजी साथी, कामकाजी पार्टनर्ज मेहरबान रहेंगे तथा आपके कामों को संवारने, उलझनों-समस्याओं को ढीला करने के लिए आपके साथ पूरा सहयोग करेंगे। वर्ष के उत्तराद्र्ध में कारोबारी कामों की दशा सुधरेगी।

शुरू जनवरी से सितारा कामकाजी दौड़-धूप, व्यस्तता रखने वाला। फिर 14 जनवरी से समय जायदादी कामों के लिए बेहतर बनेगा। 25 जनवरी के उपरांत धन लाभ के लिए ढीला सितारा भी हट जाएगा इसलिए हर मोर्चे पर बेहतरी होगी, कामयाबी की राहें खुलेंगी किंतु 28 जनवरी से 31 मई तक कोई विरोधी आपके साथ टकराव के बहाने ढूंढता नजर आ सकता है, इसलिए विरोधियों से आपको पूरी तरह से चौकस रहना होगा। रेशा, नजला, जुकाम, की शिकायत तथा मौसम के प्रभाव से अपना बचाव रखना चाहिए फिर 3 मार्च से 14 मई तक समय ऐसा होगा जिसमें दोनों पति-पत्नी को एक-दूसरे के स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए। यदि उनके स्वास्थ्य में मामूली सी भी खराबी दिखे तो फौरन चिकित्सा की तरफ ध्यान दें। बीच में 11 से 26 मार्च तक की अवधि में विरोध पक्ष तथा उसकी सरगर्मियों पर नजर रखें। बेशक 15 मार्च से विरोधियों में पहले जैसा दम-खम न रहेगा तो भी सावधानी रखें। फिर 15 मई से सेहत ढीली बनने लगेगी, पांव फिसलने का भी डर रहेगा, इसलिए एहतियात से चलें-फिरें। 27 मई से सेहत में सुधार होगा, किंतु सेहत को अपसैट रखने तथा पांव  फिसलाने वाला ग्रह 15 जून से हट जाएगा। 21 जून से 26 अक्तूबर तक की अवधि में कामकाजी कार्य चौकसी से निपटाएं तथा उनके प्रति ज्यादा अटैंटिव रहने की जरूरत होगी। फिर 11 जुलाई से 26 अगस्त तक की अवधि में अफसरों के रुख में स ती बढऩे से सरकारी कामों में न तो सफलता मिलेगी और न ही आपके पक्ष की कोई खास सुनवाई होगी। बीच में 17 अगस्त से 16 सितंबर तक की अवधि में धन-लाभ बढ़ेगा, कारोबारी कामों के लिए आपकी भागदौड़ अच्छा रिजल्ट देगी, अर्थदशा सुखद रहेगी। 18 अगस्त से सरकारी कामों, कोर्ट-कचहरी के कामों, जमीनी कामों के लिए सितारा ढीला बनेगा, इस कारण न सिर्फ बाधाओं, पेचदगियों के साथ वास्ता ही रहेगा, बल्कि तैयारी के बगैर अफसरों के समक्ष भी न जाना चाहिए। फिर 12 सितंबर से धन-लाभ, कामकाजी कामों के लिए सितारा बेहतर बनेगा, सोच-विचार में गंभीरता, परिपक्वता बढ़ेगी। फिर 27 सित बर से 13 अक्तूबर तक खर्च बढ़ेंगे। 17 अक्तूबर से 15 नवंबर तक तबीयत में तेजी, मन भी अशांत, परेशान, अपसैट-सा रहेगा। 25 अक्तूबर के बाद पुन: जोश, उत्साह, शक्ति बढऩे लगेगी। 3 से 26 नवंबर तक कामयाबी, मान-सम्मान बना रहेगा, अच्छे समय का यह चक्र वर्षान्त तक चलेगा।


वृश्चिक (तो, न, नी, नू, ने, नो, य, यी, यू) : वर्ष का पूर्वाद्र्ध धन-लाभ के लिए अच्छा, इसलिए कामकाजी कामों में कदम बढ़त की तरफ-मैडीसन, अध्यापन, कंसल्टैंसी, पर्यटन, डिजाइनिंग का काम करने वालों की अर्थदशा कंफर्टेबल रहेगी, किंतु सरकारी कामों के लिए सितारा ढीला है, इसलिए तैयारी के बगैर न तो कोई सरकारी काम हाथ में लें और न ही किसी सरकारी अफसर के समक्ष जाएं। वर्ष के उत्तराद्र्ध में हल्की नेचर वालों से फासला रखना ठीक रहेगा, बाधाओं-मुश्किलों को उभारना तथा खर्चों का बढऩा जारी रहेगा।

जनवरी के शुरू से अर्थदशा संतोषजनक। 13 जनवरी के उपरांत उत्साह, हिम्मत, यत्न शक्ति बनी रहेगी। 26 जनवरी से तबीयत में तेजी कुछ घटेगी, पति-पत्नी के स्वास्थ्य में सुधार होगा, मगर कारोबारी तथा अन्य हालात पहले जैसे बेहतर बने रहेंगे। 28 जनवरी से 31 मई तक संतान के लिए सितारा अच्छा। संतान से जुड़ी कोई प्रॉब्ल्म हो तो उसे हाथ में लेकर सैटल करने का प्रयास किया जा सकता है, धार्मिक तथा सामाजिक कामों में ध्यान, आप हर प्रकार से हावी, प्रभावी, विजयी रहेंगे। बीच में 3 मार्च से 14 मई तक की अवधि दुश्मनों को निस्तेज, दुर्बल बनाने वाली, तेज प्रभाव-दबदबा, प्रतिष्ठा बढ़ाने वाली होगी। फिर 13 अप्रैल से दोनों पति-पत्नी के लिए ग्रह ढीला बनेगा। फिर 27 मई से सेहत में गड़बड़ी, खान-पान संभल कर करें। फिर 31 मई के उपरांत शत्रु सिर उठाना शुरू कर देंगे। 15 जून से सेहत के लिए खराब ग्रह ज्यादा ताकतवर बन जाएगा, गिरने तथा पांव के फिसलने का भी डर रहेगा, लिखत-पढ़त तथा लेन-देन का काम भी अधिक चौकसी से निपटाएं। फिर 21 जून से स्वभाव में क्रोध बढऩे से किसी के साथ झगड़े का भय रहेगा, इसलिए अपने ऊपर कंट्रोल रखना जरूरी होगा। 30 जून से 26 जुलाई तक की अवधि में पति-पत्नी में मधुरता, सद्भाव, तालमेल बढ़ेगा, दोनों हर मामले को एक ही नजर से देखेंगे। फिर 17 जुलाई से पांव फिसलाने वाला ग्रह हट जाएगा तथा शरीर में चुस्ती-फुर्ती, उत्साह, जोश बढ़ेगा। 17 अगस्त से16 सित बर तक आपके सरकारी कामों में पेशकदमी, अफसर-बड़े लोग मेहरबान तथा कंसिडरेट से रहेंगे, यत्न करने पर किसी उलझे-रुके काम में पेशकदमी भी होगी, किंतु 18 अगस्त से आपको हल्की नेचर वाले लोगों से परे रहना चाहिए तथा उन्हें किसी तरह का महत्व नहीं देना चाहिए। फिर 17 सितंबर से 16 अक्तूबर तक लाभ बढ़ेगा, कारोबारी कामों में कामयाबी  मिलेगी। 17 अक्तूबर से 15 नवंबर तक आपको उलझनों-मुश्किलों से परे रहना चाहिए, साथियों पर अधिक भरोसा भी न करें, खर्चों के कारण अर्थ दशा तंग रहेगी। फिर 16 नवंबर से सितारा अपनी पोजीशन बदलेगा तथा वर्षान्त तक बेहतरी का सिलसिला कायम रहेगा।


धनु (ये, यो, भ, भी, भू, ध, फ, ढ, भे) : वर्ष के पूर्वाद्र्ध में सितारा राजकीय कामों को संवारने तथा हर मामले में कदम को बढ़त की तरफ रखने वाला, अफसरों के रुख में नर्मी रहने से कोई उलझा-रुका सरकारी काम बन सकता है, प्रभाव-दबदबा, प्रतिष्ठा, उत्साह, हि मत तथा कामकाजी भागदौड़ करने की क्षमता बनी रहेगी, मगर चल रही साढ़ेसाती के कारण आपका कदम पूरी भागदौड़ करने के बावजूद पीछे खिंचता चला जा सकता है, इसलिए आपको कोई भी काम पूरी तैयारी के बगैर न तो हाथ में लेना चाहिए और न ही किसी की जिम्मेदारी में फंसना चाहिए, मगर उत्तराद्र्ध में दो बातों का ध्यान रखना होगा-एक तो कामकाजी कामों का क्योंकि अर्थ दशा कुछ टाइट रहेगी और दूसरी सेहत का।


जनवरी के शुरू से जो समय चलेगा, वह कारोबारी तौर पर ठीक होगा। फिर 20 जनवरी से जायदादी कामों के लिए आपकी भागदौड़ अच्छा नतीजा देगी। 26 जनवरी से उलझनों-झगड़ों का दबाव तो कम होगा, मगर स्वभाव में क्रोध का असर बढ़ सकता है। 28 जनवरी से 31 मई तक की अवधि में जमीनी तथा कोर्ट-कचहरी के काम हाथ में लेने के लिए समय बेहतर। बड़े लोग तथा अफसर भी सहानुभूतिपूर्ण रुख रखेंगे। किसी उलझे-रुके जायदादी या अदालती काम हाथ में लेने पर बेहतर नतीजा बरामद होने की आशा। बीच में 12 फरवरी से आप में उत्साह, भागदौड़ की क्षमता बढ़ेगी। फिर 3 मार्च से 14 मई तक यत्न करने पर आपका कोई उलझा-रुका काम अपनी मंजिल की तरफ बढ़ेगा, स्कीमें-प्रोग्राम भी मेच्योर हो सकते हैं, धार्मिक, साहित्य के पठन-पाठन में रुचि बढ़ेगी। इस बढिय़ा समय के बीच 11 से 26 मार्च तक संतान का रवैया कुछ उखड़ा-सा रहेगा जो किसी मामले विशेष पर आप से दूरी बढ़ा सकती है। फिर 13 अप्रैल से जायदादी कामों में आपका कदम बढ़त की तरफ। 27 मई से पति-पत्नी दोनों के स्वास्थ्य के लिए ग्रह ढीला बनेगा, दोनों एक-दूसरे के साथ कुछ सख्त तथा नाराज-नाराज दिखेंगे। 21 जून से 26 अक्तूबर तक की अवधि में कुछ सुप्त कठिनाई जागृत होने का डर, खर्चों की भी अधिकता रहेगी। बीच में 30 जून से 26 जुलाई तक की अवधि में किसी प्रबल शत्रु के टकरावी मूड के कारण कोई बड़ी पेचीदगी पैदा होकर आपकी समस्त योजनाबंदी को उलट-पुलट कर सकती है, सावधानी रखनी चाहिए। फिर 11 जुलाई से 26 अगस्त तक के समय में सेहत में गड़बड़ी जागती रहेगी, इसलिए सेहत के मामले में लापरवाही हरगिज न बरतें। 17 जुलाई से 16 अगस्त तक पांव फिसलने के कारण चोट लगने का डर। 18 अगस्त से सेहत में खराबी रखने वाला ग्रह जोर पकड़ेगा। 12 सितंबर से कारोबारी कामों में कदम बढ़त की तरफ। 27 सितंबर से 10 अक्तूबर तक राजकीय कामों में कामयाबी, इज्जत-मान की प्राप्ति। 17 अक्तूबर से 15 नवंबर तक समय आमदन वाला। फिर 16 नवंबर से 15 दिसंबर तक समय उलझनों, झमेलों, खर्चों वाला। 


मकर (भो, ज, जी, जु, जे, जो, ख, खी, खू, खे, खो, ग, गी) : वर्ष कुछ ढीला-सा होगा क्योंकि इसमें जहां सेहत में गड़बड़ी रहेगी, वहां खर्चों का जोर भी रहेगा, खर्च जायज तथा फिजूल दोनों तरह के होंगे, कामकाजी कामों के लिए जो भागदौड़ करेंगे, उसकी भी आशानुरूप रिटर्न न मिलेगी। वर्ष के प्रारंभ में साढ़ेसाती शुरू हो जाएगी, इसलिए समय तथा हालात विपरीत से बनने लगेंगे। आपको जहां उलझनों-झमेलों से सावधान रहना होगा, वहीं कोई काम भी जल्दबाजी में न करना चाहिए, किंतु उत्तराद्र्ध में दो बातें आपके पक्ष में होंगी। एक तो सरकारी कामों में कामयाबी मिलेगी, दूसरी आमदन, धन लाभ, कारोबारी लाभ के लिए समय अच्छा। 

शुरू जनवरी से जो समय चलेगा, वह ढीला, नुक्सान, खर्चों वाला होगा, मगर 13 जनवरी के बाद कामकाजी कामों, कामयाबी, इज्जत-मान के लिए सितारा अच्छा। 26 जनवरी से साढ़ेसाती प्रारंभ हो जाने पर आपका कदम रुकता-रुकता नजर आएगा, बाधाएं-मुश्किलें उभरती-सिमटती रहेंगी इसलिए हर कदम पूरी चौकसी के साथ उठाना चाहिए। 28 जनवरी से 31 मई तक का पीरियड बड़े लोगों से मेल-जोल बनाए रखने तथा उनकी मदद से आपकी किसी मुश्किल को सुलझाने वाला होगा। बीच में 3 मार्च से 14 मई तक की अवधि में कोर्ट-कचहरी तथा जायदादी काम हाथ में लेने पर जहां कामयाबी मिलेगी, मान-प्रतिष्ठा बढ़ेगी, वहीं शत्रु भी आप के समक्ष ठहर न सकेंगे। 15 मई से संतान की तरफ से परेशानी तथा मानसिक कशमकश बनी रह सकती है, किसी समय संतान भी असहयोग की राह पर चल सकती है। फिर 27 मई से शत्रु आपके समक्ष अपने में कमजोरी तथा घबराहट महसूस करेंगे। 15 जून से आपका सितारा ज्यादा प्रबल बनेगा तथा दुश्मनों में घबराहट-बेचैनी बढ़ेगी, किंतु 19 जून से 2 जुलाई तक दुश्मनों को कमजोर समझने की भूल न करें। फिर 27 जुलाई से शत्रु ज्यादा जोर पकड़ सकते हैं। 17 अगस्त से 16 सित बर तक सेहत के बिगडऩे के साथ-साथ पांव के फिसलने का भी डर रहेगा, इसलिए सीढिय़ां उतरते-चढ़ते समय पांव जमा कर चलें-फिरें। फिर 18 अगस्त से जहां स्वभाव में क्रोध का असर बढ़ेगा। वहां पति-पत्नी दोनों को एक-दूसरे के स्वास्थ्य के प्रति ज्यादा अटैंटिव रहना होगा। बीच में 27 अगस्त से ग्रह सेहत, खासकर पेट के लिए ज्यादा ढीला बन जाएगा। 12 सितंबर से राजकीय कामों में कदम बढ़त की तरफ, अफसरों के रुख में नर्मी बढ़ेगी। फिर 17 अक्तूबर से 15 नवंबर तक न तो कोई सरकारी काम हाथ में लें और न ही किसी अफसर के समक्ष जाएं क्योंकि उसके सख्त रवैया के कारण आपकी परेशानियां बढ़ जाएंगी। फिर 16 से 26 नवंबर तक का समय पुन: राजकीय कामों के लिए बेहतर बन जाएगा, धन लाभ भी बढ़ेगा। 16 दिसंबर से उलझनें सिर उठाना शुरू कर सकती हैं।


कुंभ  (गु, गे, गो, स/श, सी/शी, सू/शू, से/शे, सो/शो, द) : सितारा कामकाजी व कारोबारी कामों में लाभ देने वाला-करियाना, खेती उत्पादों, खेती उपकरणों, खादों, बीजों, मनियारी, गार्मैंट्स, बुटीक इत्यादि के कामकाजी लोगों की अर्थदशा कंफर्टेबल रहेगी, किंतु सरकारी कामों के लिए अनमने मन से कोई यत्न न करें, वर्ना आशानुरूप कामयाबी न मिलेगी, सेहत में भी गड़बड़ी की शिकायत बनी रहेगी, इसलिए खान-पान संभल-संभाल कर करें। स्वभाव में क्रोध रहेगा। पति-पत्नी दोनों को एक-दूसरे के स्वास्थ्य के बारे में ज्यादा अटैंटिव रहना होगा। वर्ष के उत्तराद्र्ध में सेहत के लिए कमजोर सितारा ठीक होने लगेगा तथा कारोबारी कामों में लाभ बढ़ेगा।


शुरू जनवरी से समय कारोबारी कामों के लिए सही होगा, किंतु 13 जनवरी के बाद समय उलझनों-झमेलों तथा खर्चों वाला बन जाएगा, नुक्सान का भी डर होगा, किंतु 26 जनवरी से आमदन, कामकाजी कामों, टूरिंग के लिए समय लाभप्रद, फिर 28 जनवरी से 31 मई तक किसी कामकाजी काम के लिए आप द्वारा की जाने वाली भागदौड़, प्रयास अच्छा नतीजा देंगे, ट्रेडिंग, टूरिंग, सप्लाई तथा व्हीकल्ज की खरीद-फरोख्त का काम करने वालों को अपने कामों में भरपूर लाभ मिलेगा। बीच में 12 फरवरी से तबीयत में तेजी, आक्रोश, उत्तेजना बढ़ेगी, फिर 3 मार्च से 14 मई तक मित्रों, कामकाजी साथियों, बड़े लोगों से मेल-सहयोग रहेगा, कामकाजी भागदौड़ भी अनुकूल परिणाम देगी। फिर 13 अप्रैल से जायदादी कामों में संतान के साथ जुड़े प्रोजैक्टों में पेशकदमी होगी तथा वह हर मामले में आपके साथ सहयोग करेगी। फिर 21 जून से 26 अक्तूबर तक का समय कारोबारी कामों में अधिक लाभ, अधिक कामयाबी देने वाला। बीच में 30 जून से 26 जुलाई तक समय जायदादी व अदालती कामों के लिए अधिक प्रबल, बड़े लोगों के समक्ष जाने पर आपके पक्ष तथा दृष्टिकोण की बेहतर सुनवाई होगी। 3 से 10 जुलाई तक शत्रु सिर उठाते रहेंगे, किंतु 11 जुलाई से 26 अगस्त तक आपके प्रबल सितारे के कारण दुश्मनों की कोई खास पेश न चल सकेगी। फिर 17 अगस्त से 16 सित बर तक कामकाजी दशा ठीक, घरेलू मोर्चे पर सौहार्द बना रहेगा। बीच में 18 अगस्त के बाद शत्रु आपके समक्ष ठहरने की हि मत न कर सकेंगे, किंतु उलझनें, झमेले, बाधाएं जरूर सिर उठाना शुरू कर देंगी। 27 अगस्त से घरेलू मोर्चे पर भी तनातनी बढ़ सकती है। 12 सितंबर से सितारा सेहत में सुधार करेगा तथा आपकी योजना को कुछ आगे बढ़ा सकता है। 17 अक्तूबर से 15 नवंबर तक समय बने-बनाए कामों को बिगाडऩे तथा आपकी राहों को कुछ मुश्किल बनाने वाला। फिर बाद में वर्षान्त तक बेहतरी होगी।


मीन (दि, दू, थ, झ, दे, दो, च, चि) : नए वर्ष में न तो कोई काम जल्दबाजी में सोचे-विचारे बगैर करें और न ही किसी पर भरोसा करके उसकी जिम्मेदारी में फंसना चाहिए। खर्चों के कारण अर्थदशा भी कुछ कमजोर तथा तंगी वाली होगी। आप चाह कर भी खर्चों को रोक न सकेंगे। वैसे सरकारी कामों में कदम बढ़त की तरफ। अधिकारी मेहरबान रहेंगे। वर्ष के पूर्वाद्र्ध में शत्रु दुर्बल, तेजहीन रहेंगे, किंतु उत्तराद्र्ध में घरेलू मोर्चे पर तनातनी बढ़ाने तथा तकलीफ देने वाला सितारा बन जाएगा।


वर्ष के प्रारंभ से आम हालात अनुकूल चलेंगे। 14 जनवरी से आमदन वाला सितारा अच्छा बनेगा, इज्जत-मान बढ़ेगी। 26 जनवरी से कामयाबी बढ़ेगी, मान-प्रतिष्ठा बनी रहेगी, वैसे भी आप हर मोर्चे पर हावी, प्रभावी, विजयी रहेंगे। फिर 28 जनवरी से 31 मई तक का समय संतान-परिवार की तरफ से राहत देने वाला, संतान के साथ जुड़ी कोई समस्या यदि हो तो संतान के सहयोगी रुख के कारण उसे सैटल करने में सुविधा होगी, मन पर सकारात्मक सोच प्रभावी रहेगी, धार्मिक तथा सामाजिक कामों में ध्यान, धार्मिक साहित्य के पठन-पाठन में रुचि। फिर 12 फरवरी से उलझनें-झमेले सिर उठाना शुरू कर देंगे, इसलिए आपको हर मोर्चे पर सचेत रहना होगा। 3 मार्च से 14 मई तक धन लाभ, अर्थदशा कंफर्टेबल रहेगी फिर 13 अप्रैल से सितारा आपको हिम्मती, उत्साही, कर्मठ रखेगा। 27 मई से जायदादी कामों के लिए आपकी भागदौड़ सकारात्मक नतीजा देगी। 19 जून से जायदादी तथा कोर्ट-कचहरी के कामों के लिए सितारा प्रबल बनेगा इसलिए पैंडिंग पड़े किसी काम को हाथ में लेने पर बेहतर नतीजा बरामद होगा। फिर 21 जून से 26 अक्तूबर तक के पीरियड में आपको ज्यादा एक्टिव रह कर हर काम निपटाना चाहिए क्योंकि यह समय उलझनों, झगड़ों, पेचीदगियों को जागृत रखने वाला होगा। 30 जून से 26 जुलाई तक मित्रों, सज्जन-साथियों से मेल संपर्क तथा सहयोग बढ़ेगा, बड़े लोग हर मामले पर आपका साथ देंगे। फिर 11 जुलाई से 26 अगस्त तक के समय में संतान की तरफ से फिक्र, परेशानी, टैंशन रहेगी, संतान के स्वास्थ्य के प्रति भी अटैंटिव रहना होगा। 17 अगस्त से 16 सितंबर तक की अवधि में शत्रुओं पर आपकी पकड़ बढ़ेगी तथा वे आपके साथ कोई पंगा खड़ा करने में घबराहट महसूस करेंगे। 18 अगस्त से संतान की तरफ से परेशानी रखने वाला सितारा ज्यादा बलवान हो जाएगा, इसलिए उनसे सावधानी बरतनी ठीक रहेगी। फिर 12 सितंबर से खान-पान अधिक अटैंटिव रह कर करना चाहिए। 17 अक्तूबर से 15 नव बर तक सेहत का ध्यान रखना जरूरी होगा। फिर 26 अक्तूबर से रुकावटों को जागृत करने वाला सितारा हट जाएगा, परिणाम स्वरूप कामयाबियां मिलेंगी। फिर आगे समय वर्षान्त तक बढिय़ा रहेगा। 

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