Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Jul, 2017 11:18 AM
स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी सन् 1863 को हुआ। उनका घर का नाम नरेंद्र दत्त था। स्वामी विवेकानंद को तीक्ष्ण बुद्धि अौर स्मरण शक्ति के लिए जाना जाता
स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी सन् 1863 को हुआ। उनका घर का नाम नरेंद्र दत्त था। स्वामी विवेकानंद को तीक्ष्ण बुद्धि अौर स्मरण शक्ति के लिए जाना जाता है। स्वामी कुछ ही घंटों में हजार पन्नों की किताबें याद कर लेते थे। स्वामीजी के विचार आज भी किसी भी व्यक्ति की सोच बदल सकते हैं। स्वामी जी के विचारों पर अमल करने से व्यक्ति की परेशानियां दूर हो सकती हैं। इसके साथ ही व्यक्ति को जीवन के हर क्षेत्र में सफलता भी मिलती है।
स्वामी विवेकानंद के अनुसार यदि धन से दूसरों का भला होता है तो इसका मूल्य है। इसके अतिरिक्त धन सिर्फ बुराई का ढेर है। इसके मोह से जितनी शीघ्र हो सके छुटकारा मिलना बेहतर है।
ब्रह्मांड की सारी शक्तियां हमारी हैं। व्यक्ति आंखों पर हाथ रखकर रोता है कि कितना अंधेरा है।
किसी एक विचार को ही जीवन बना लो। उसी के बारे में सोचो, उसके ही सपने देखो। उसे अपने दिमाग, मांसपेशियों, नसों अौर शरीर के हर हिस्से में समा लो। दूसरे सभी विचारों को अलग रख दें, यही सफल होने का सही तरीका है।
व्यक्ति जब तक अपने पर विश्वास नहीं करता, तब तक आप भगवान पर भी विश्वास नहीं कर सकते हैं।
स्वामी विवेकानंद के अनुसार व्यक्ति जितना बाहर जाएगा अौर दूसरों का भला करेगा, उसका ह्दय उतना ही शुद्ध हो जाएगा। ऐसे व्यक्ति पर ही भगवान निवास करते हैं।