Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Jan, 2018 08:42 PM
पंजाब यूनिवर्सिटी में च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सी.बी.सी.एस.) के तहत साइंस विभागों में भी बहुत से स्टूडैंट्स ने पढऩे में रूचि दिखाई है। पी.यू. प्रबंधन ने इस सिस्टम के तहत स्टूडैंट्स के लिए विषयों के काम्बीनेशन बनाए हैं, ताकि स्टूडैंट्स अपनी पसंद...
चंडीगढ़, (रश्मि हंस): पंजाब यूनिवर्सिटी में च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सी.बी.सी.एस.) के तहत साइंस विभागों में भी बहुत से स्टूडैंट्स ने पढऩे में रूचि दिखाई है। पी.यू. प्रबंधन ने इस सिस्टम के तहत स्टूडैंट्स के लिए विषयों के काम्बीनेशन बनाए हैं, ताकि स्टूडैंट्स अपनी पसंद का विषय चुन सके। प्रबंधन का कहना है कि आट्र्स विषयों के स्टूडैंट ने ही नहीं बल्कि साइंस विषयों के स्टूडैंट्स ने भी सी.बी.सी.एस. के तहत विषयों का चयन किया है। सी.बी.सी.एस. के तहत एक विषय काम्बीनेशन में कम से कम 10 स्टूडैंट्स का एक क्लास रूम होना जरूरी है। इसलिए पी.यू. प्रबंधन ने जनरल इलैक्टिव वन, जनरल इलैक्टिव टू से जनरल इलैक्टिव छह तक की तर्ज पर विषयों को बांटा है। पहले बैच के यह स्टूडैंट सैशन 2018-19 में पास आऊट होंगे।
विभिन्न विषयों का काम्बीनेशन
बी.एससी. ऑर्नस कैमिस्ट्री, माईक्रोबॉयोलॅाजी, ज्योलॉजी, बॉयोफिजिक्स, मैथेमैटिक्स आदि विभाग के स्टूडैंट्स ने एंथ्रोपोलॉजी के इंट्रोडक्शन विषय का चयन किया।इसके अलावा कैमिस्ट्री के स्टूडैंट्स फिजिक्स के इलैक्ट्रीसिटी और मैगनेटिजम विषय को पढ़ रहे हैं। इसी तरह से कैमिस्ट्री-फिजिक्स के कई स्टूडैंट कम्प्यूटर फंडामैंटल की पढ़ाई भी कर रहे हैं। इसी तरह से जी.ई.-टू में बायोकैमिस्ट्री, ज्योलॉजी के स्टूडैंट बॉयोलॉजीकल एंथ्रोपोलॉजी विषय पढ़ सकते हैं।
क्लासिज के टाइम टेबल तय
सी.बी.सी.एस. के तहत स्टूडैंट्स को पढऩे के लिए बोटनी, ज्योलॉजी एंथ्रोपालॅाजी माईक्रोबायोलॉजी और बॉयोफिजिक्स आदि विषयों के लिए क्लासिज के लिए एक अलग से वैन्यू और टाइम टेबल तय है। जहां पर स्टूडैंट्स की क्लासिज लगाई जाती है।
विभिन्न विभागों में स्टूडैंट्स की संख्या
विषय जी.ई.-वन जी.ई.-टू
कैमिस्ट्री 83 78
माईक्रोबॉयोलॅाजी 14 15
ज्योलॉजी 29 27
बॉयोटैक 10 9
बोटनी 25 17
कम्प्यूटर सांइस 35 25
एंथ्रोपोलॉजी 17 17
इक्नोमिक्स 29 0
स्टेटिक्स 29 0
एच.पी.यू. ने कर दिया सी.बी.सी.एस. बंद
सी.बी.सी.एस. के तहत इससे पहले हिमाचल यूनिवर्सिटी में भी पढ़ाई शुरू की गई थी, लेकिन वहां पर अब इस सिस्टम के तहत पढ़ाई बंद कर दी गई है। वहां पर पढऩे वाले स्टूडैंट को इस सिस्टम के तहत पढ़ाई पूरी करने के बाद करियर से संबंधित काफी दिक्कतें आईं। वहीं यह सिस्टम पी.यू.से संबंंिधत अधिकतर एफिलिएटिड कॉलेज भी शुरू नहीं करना चाहते हैं।
स्टूडैंट्स का अच्छा रिस्पांस मिला
इस संबंध में सी.बी.सी.एस. से जुड़े राजीव लोचन ने कहा कि कैंपस में पहली बार लांच हुए सी.बी.सी.एस. में स्टूडैंट्स का अच्छा रिस्पांस मिला है। स्टूडैंट्स को विषयों को पढऩे में कोई दिक्कत नहीं आ रहीं है। स्टूडैंट की क्लासिज के लिए शैड्यूल तैयार किए गए हैं।