Edited By ,Updated: 29 Jul, 2016 08:09 PM
भाजपा और शिवसेना के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। आज सुबह दोनों के बीच चल रही खटास उभर कर सामने आ गई। दरअसल आज राज ठाकरे ने उद्धव ठाकरे से मुलाकात की।
मुंबई: भाजपा और शिवसेना के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। आज सुबह दोनों के बीच चल रही खटास उभर कर सामने आ गई। दरअसल आज राज ठाकरे ने उद्धव ठाकरे से मुलाकात की। दोनों भाइयों की इस मुलाकात को लेकर राजनीति गलियारे में हलमच मच गई है। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के प्रमुख राज ठाकरे अपने चचेरे भाई सुप्रीमो उद्धव ठाकरे से मिलने बांद्रा स्थित उनके घर 'मातोश्री' पहुंचे। दोनों के बीच यह मुलाकात 90 मिनट तक चली।
सूत्रों के मुताबिक दोनों भाइयों के बीच आगामी नगरपालिका चुनाव के मद्देनजर भी बात हुई। हालांकि दोनों भाइयों के अतीत पर एक नजर डालें तो यह काफी तनावपूर्ण रहा है लेकिन अब दोनों की मुलाकात को अहम माना जा रहा है। बता दें कि पिछले काफी समय से भाजपा और शिवसेना के बीच खींचातनी चल रही है और माना जा रहा है कि दोनों पार्टियां पहले ही नगरपालिका चुनाव अलग-अलग लड़ने की बात कह चुकी हैं। भाजपा और शिवसेना हालांकि करीब 2 दशक से सहयोगी रहे हैं देवेंद्र फड़नवीस सरकार और मोदी सरकार के साथ शिवसेना की आए दिन तनातनी देखने को मिलती है।
शिवसेना के नेता जहां खुलकर मुख्यमंत्री फड़नवीस और प्रधानमंत्री मोदी को लेकर तीखे बयान देते रहते हैं, वहीं पिछले कुछ समय से तो दोनों दलों के बीच एक तरह के शीत युद्ध की ही स्थिति देखने को मिल रही है। भाजपा सार्वजनिक तौर पर कह चुकी है कि अगर शिवसेना को इतनी शिकायतें हैं, तो वह गठबंधन से आजाद हो सकती है। उद्धव हाल ही में 56 वर्ष के हुए हैं। वे साल 2004 से पार्टी के मामलों को देख रहे हैं।
2005 में राज ने शिवसेना छोड़ दी थी और नई पार्टी मनसे का गठन किया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि उनके चाचा बाल ठाकरे की पार्टी शिवसेना को उद्धव और उनकी मंडली नुक्सान पहुंचा रहे हैं। बीते विधानसभा चुनाव में मनसे का प्रदर्शन काफी खराब रहा था और पार्टी का केवल एक ही विधायक चुनाव जीता था।