Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Aug, 2017 11:56 AM
भारत और नेपाल की बढ़ती नजदीकियों को देख चीन एक बार फिर बौखला गया है। डोकलाम विवाद के बीच शेरबहादुर देउबा का भारत दौरा काफी महत्वपूर्ण...
नई दिल्ली: भारत और नेपाल की बढ़ती नजदीकियों को देख चीन एक बार फिर बौखला गया है। डोकलाम विवाद के बीच शेरबहादुर देउबा का भारत दौरा काफी महत्वपूर्ण है।
चीन की भारत को चेतावनी
नेपाल के प्रधानमंत्री शेरबहादुर देउबा के भारत दौरे पर प्रतिक्रिया देते हुए चीन ने कहा कि भारत आर्थिक मदद की बदौलत नेपाल को रिझाने और वहां चीन के प्रभाव को कम करने का सपना न देखे। इतना ही नहीं चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने एक बार फिर अपने लेख में भारत को चेतावनी दी है कि अगर चीन भी ऐसा करने लगा तो भारत को मुंह की खानी पड़ेगी।
पड़ोसी देश की मदद के लिए भारत को चुकानी पड़ेगी बड़ी कीमत
ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि देउबा के भारत दौरे पर दोनों देशों के बीच 25 करोड़ डॉलर (करीब 1600 करोड़ रुपए) के कुल 4 एमओयू पर दस्तखत होने हैं। चीन और नेपाल के आर्थिक सहयोग को अगर भारत गलत नजरिए से देखता है तो उसे अपने इस पड़ोसी देश के समर्थन के लिए बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी। हालांकि नेपाल ने साफ किया है कि वह भारत और चीन के बीच विवाद में तटस्थ रहेगा।
अखबार ने लिखा कि वैसे तो नेपाल और चीन के बीच सकारात्मक संबंध स्थापित हो चुके हैं, लेकिन ऐसा लगता है कि नेपाल भारत के साथ भी रणनीतिक महत्व बरकरार रखना चाहता है। ऐसे में अगर भारत नेपाल की मदद कर रहा है तो करे। गौरतलब है कि नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा भारत दौरे पर हैं। भारत और नेपाल के बीच सड़क,सुरक्षा,बिजली,पानी के कुल 8 समझौते हुए हैं।