Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Aug, 2017 04:16 PM
सोशल मीडिया के कारण ऐसा औजार पूरी दुनिया के लोगों के हाथ लगा है, जिसके जरिए वह दुनिया की तमाम घटनाओं से अवगत होते हैं। राजनीति में सोशल मीडिया का अपना एक अलग ही महत्व है।
पटना: सोशल मीडिया के कारण ऐसा औजार पूरी दुनिया के हाथ लगा है, जिसके जरिए वह दुनिया की तमाम घटनाओं से अवगत होते हैं। राजनीति में सोशल मीडिया का अपना एक अलग ही महत्व है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी सब नेताओं की तरह सोशल मीडिया पर हमेशा एक्टिव रहते हैं। नीतीश कुमार का सोशल मीडिया पर हमेशा अपना अलग स्टैंड नजर आता है। वह भीड़ के साथ चलना पसंद नही करते।
बिहार में राजनीतिक तनाव के बीच सभी नेताओं द्वारा सोशल मीडिया का उपयोग एक दूसरे पर निशाना साधने के लिए बढ़चढ़ कर किया गया। नीतीश कुमार उन नेताओं की सूची में नही आते जो किसी भी घटना पर तुरंत अपने विचार प्रकट कर देते हैं। नीतीश कुमार का प्रत्येक ट्वीट लोगों के लिए उपयोगी सिद्ध होता है। नीतीश कुमार द्वारा जो ताजा ट्वीट डाला गया है उसमें आइपीएस वाइफ एसोसिएशन की ओर से दिये गये एक लाख रुपये के चेक का जिक्र किया है। उन्होंने लिखा है कि आइएएस वाइफ एसोसिएशन की ओर से उन्हें मुख्यमंत्री राहत कोष में 2.5 लाख रुपये का चेक प्रदान किया गया।
राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने बिहार राजनीति में आए सियासी तूफान के बाद लगातार सोशल मीडिया का उपयोग नीतीश कुमार और केंद्र सरकार पर हमले करने के लिए किया। लालू प्रसाद यादव ने रैली की झूठी तस्वीर पोस्ट की और एक ट्वीट में विपक्ष की छाती पर सांप लोटने की बात भी कह डाली। लालू के बेटे व पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का भी उनके ट्वीट के कारण बहुत बार मजाक बनता हुआ देखा गया है। सब कुछ देखते हुए यह कहना गल्त नही होगा कि सोेशल मीडिया का सदुपयोग करना नीतीश कुमार से बेहतर कोई नही समझ सकता।