Edited By ,Updated: 09 Jan, 2017 10:04 AM
भारत वियतनाम के साथ तेजी से व्यापार और मिलिटरी संबंध बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। भारत वियतनाम को जमीन से हवा में मार करने वाली स्वदेशी मिसाइल बेचने की तैयारी में है।
नई दिल्ली: भारत वियतनाम के साथ तेजी से व्यापार और मिलिटरी संबंध बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। भारत वियतनाम को जमीन से हवा में मार करने वाली स्वदेशी मिसाइल बेचने की तैयारी में है। दोनों देशों के बीच इसे लेकर सक्रिय बातचीत हो रही है। भारत की यह कोशिश एशिया-पैसिफिक क्षेत्र में चीन की आक्रामकता को काउंटर करने के नजरिए से देखी जा रही है। बता दें कि वियतनाम चीन का पड़ोसी देश है। जापान और वियतनाम के साथ भारत की 'रणनीतिक और सैन्य' साझेदारी को इसी संदर्भ में देखा जा रहा है। इससे पहले भारत ने वियतनाम को ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल और स्वदेशी पनडुब्बी रोधी टारपीडो वरुणास्त्र भी देने की पेशकश कर चुका है।
भारत इस साल वियतनामी फाइटर पायलटों को सुखोई-30MKI फाइटर जेट्स पर ट्रेनिंग भी कराने वाला है। वहीं चीन एनएसजी में एंट्री, जैश-ए-मोहम्मद के चीफ मसूद अजहर पर बैन लगाने जैसे मामलों में लगातार भारत का विरोध कर रहा है। इसके अलावा चीन ने हिंद महासागर क्षेत्र में अपनी नौसेना की गतिविधियां भी बढ़ाई हैं। इसकी प्रतिक्रिया में भारत चीन के पड़ोसी मुल्कों के साथ तेजी से संबंध बना रहा है।